मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना में इंटर-स्टेट पोर्टेबिलिटी सुविधा प्रारंभ
चित्तौड़गढ़ ।प्रदेशवासियों को उच्च गुणवत्ता की एवं पूर्णतः निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन किया जा रहा है।
इसी क्रम में आयुष्मान भारत–प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के अंतर्गत अब प्रदेश में इंटर-स्टेट पोर्टेबिलिटी की सुविधा प्रारंभ कर दी गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ताराचंद गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सुविधा के अंतर्गत प्रदेश का कोई भी पात्र लाभार्थी देश के किसी भी राज्य में योजना के अंतर्गत अधिकृत अस्पताल में जाकर निःशुल्क उपचार का लाभ प्राप्त कर सकता है। इससे प्रदेश के नागरिकों को अन्य राज्यों में भी बेहतर एवं सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में देशभर में योजना के अंतर्गत लगभग 31 हजार से अधिक अस्पताल अधिकृत हैं। योजना की शुरुआत में जहां लगभग 1800 उपचार पैकेज शामिल थे, वहीं अब इनकी संख्या बढ़कर 2200 से अधिक हो गई है।
योजना में कैंसर के नए डे-केयर पैकेज जोड़े गए हैं। साथ ही विशेष योग्यजनों के लिए पैकेज, न्यूरोसर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, अंग प्रत्यारोपण, कार्डियोथोरेसिक एवं वेस्कुलर सर्जरी तथा आयुर्वेद सहित अन्य अनेक उपचार पैकेज भी शामिल किए गए हैं।
आयुष्मान योजना के जिला परियोजना अधिकारी डॉ. मुनेश कुमार बैरवा ने बताया कि जिले में कुल 36 अस्पताल योजना के अंतर्गत अधिकृत हैं। इनमें 29 राजकीय अस्पताल (समस्त जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) तथा 7 निजी अस्पताल शामिल हैं, जिनमें एम.पी. बिरला हॉस्पिटल, पर्ल हॉस्पिटल, एमईएस हॉस्पिटल, दक्ष हॉस्पिटल, चौधरी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल (चित्तौड़गढ़), राजस्थान हॉस्पिटल (बस्सी) एवं ओम हॉस्पिटल (बेगूं) सम्मिलित हैं।
उन्होंने बताया कि अन्य राज्यों में योजना के अंतर्गत अधिकृत अस्पतालों की सूची https://hem.nha.gov.in/search वेबसाइट के माध्यम से देखी जा सकती है।
