नशा मुक्ति केन्द्र में मनाया विश्व तंबाकू निषेध दिवस

Update: 2025-05-31 06:46 GMT
  • whatsapp icon

च‍ित्‍तौड़गढ़। बराडा स्थित विश्वास सेवा संस्था नशा मुक्ति केन्द्र के अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र सिंह चौहान ने वहां ईलाज ले रहे नशे की समस्या से पीड़ित मरीजों से चर्चा की। उनसे बातचीत के दौरान पाया गया की शराब,स्मैक,अफीम,चरस,डोडा-चुरा भांग-गांजा व दवाइयों का नशा करने की शुरुआत तंबाकू व बीड़ी- सिगरेट से हुई ओर इस कदर ये लत बढ़ती गई और नशा जिन्दगी मे हावी होता रहा आज वो युवा नशे के दलदल मे इस कदर डुब चुका है की आज उसे परिवार की चिन्ता नही,रोजगार छिन गया,बीवी- बच्चे छोडकर चले गए। मानसिक,शारीरिक व अर्थिक स्थिति खराब हो गई।कोई साथ देने वाला नहीं इसकी वजह सिर्फ एक है

आज का हमारा युवा वर्ग मौज मस्ती के लिए बीड़ी, सिगरेट या तंबाकू का नशा करता है कुछ समय बाद वो इस दलदल मे डुब जाता है।उपाध्यक्ष शोभा लाल धाकड़ ने भर्ती मरीजों को तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे मे जानकारी दी। भर्ती मरीजों को भविष्य मे किसी भी प्रकार का नशा ना करने का संकल्प दिलाया गया। काउंसलर ऋतुराज शर्मा,दिग्विजय सिंह,पुष्पेन्द्र सिंह मौजूद रहे। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 31 मई 1987 को तंबाकू निषेध दिवस घोषित किया गया। हर वर्ष संस्था द्वारा 31 मई को नशे को ना, जिन्दगी को हा के बेनर लगा युवा वर्ग को नशे से होने वाली बीमारियों से अवगत कराया जाता है और इससे बचने के उपाय बताए जाते हैं। विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 का थीम है " उज्ज्वल उत्पाद। काले इरादे। अपील को उजागर करना "। यह थीम इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे तंबाकू कंपनियां आकर्षक पैकेजिंग और मीठे स्वाद का उपयोग करती हैं।

Tags:    

Similar News