राजस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार: अब गांव-कस्बों में भी मिलेगी अत्याधुनिक जांच सुविधा, रिपोर्ट घर बैठे

भीलवाड़ा राजस्थान में अब ग्रामीण और कस्बाई इलाकों के लोगों को भी **शहरों जैसी अत्याधुनिक जांच सुविधाएं** मिलेंगी। इसके लिए राज्य सरकार ने **हब एंड स्पॉक मॉडल** लागू करने की योजना तैयार की है, जिसके तहत **पूरे प्रदेश को एक जांच नेटवर्क से जोड़ा जाएगा**।
इस नई व्यवस्था से अब रोगियों को जांच रिपोर्ट के लिए भीलवाड़ा में महात्मा गाँधी अस्पताल के साथ ही शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा। रिपोर्ट समय पर और सटीक तरीके से ऑनलाइन घर बैठे उपलब्ध कराई जाएगी।
क्या है हब एंड स्पॉक मॉडल?
भारत सरकार की पहल पर लागू किए जा रहे इस मॉडल के अंतर्गत —
* **42 मदर लैब**,
* **135 हब लैब**,
* और **1335 स्पॉक सेंटर (सैटेलाइट सेंटर)**
राज्य भर में स्थापित किए गए हैं।
### जांच प्रक्रिया कैसे होगी?
* **स्पॉक सेंटर** (गांव/कस्बों के प्राथमिक या सामुदायिक केंद्रों) में मरीज के सैंपल लिए जाएंगे।
* प्राथमिक जांच वहीं की जाएगी।
* जटिल जांचों के सैंपल **हब लैब** या सीधे **मदर लैब** को भेजे जाएंगे।
* **मदर लैब में कुल 145 तरह की जांचें इन-हाउस** की जाएंगी।
### क्या होगा फायदा?
* जांच सेवाओं की **सुलभता और गुणवत्ता में सुधार** होगा।
* **समय पर रिपोर्ट** मिलने से इलाज में देरी नहीं होगी।
* ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को **शहर आने की जरूरत नहीं** पड़ेगी।
* चिकित्सा संस्थानों में **जांचों की संख्या में इजाफा** होगा।