राजसमंद बेटी की बुलंद उड़ान: सरपंच चौहान बनीं राष्ट्रीय महिला नेतृत्व की पहचान
राजसमंद ग्रामीण भारत की जड़ों से जुड़ा नेतृत्व जब राष्ट्रीय मंच पर सम्मान पाता है, तो वह केवल एक व्यक्ति की उपलब्धि नहीं रह जाती, बल्कि पूरे क्षेत्र की पहचान बन जाती है। ऐसा ही गौरवपूर्ण क्षण तब सामने आया, जब राजस्थान के राजसमंद जिले के भीम क्षेत्र की बेटी व बहु, ग्राम पंचायत मण्डावर की सरपंच प्यारी कुमारी चौहान ने राष्ट्रीय मंच पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई।
जयपुर के मानसरोवर में फोकस भारत के तत्वावधान में आयोजित नेशनल वीमेन समिट 2025 में उन्हें उनके दूरदर्शी नेतृत्व, सामाजिक सुधारों और महिला सशक्तिकरण के प्रभावी प्रयासों के लिए ‘आउटस्टैंडिंग लीडर अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। इसी के साथ उन्हें देश की टॉप 100 प्रभावशाली महिला जनप्रतिनिधियों में शामिल किया गया।
इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय आयोजन में देश के विभिन्न राज्यों से महिला सांसद, विधायक, जिला प्रमुख, प्रधान एवं सरपंच शामिल हुईं। कार्यक्रम का उद्देश्य उन महिलाओं को राष्ट्रीय मंच देना रहा, जिन्होंने जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव की नींव रखी है।
गांव की मिट्टी से निकला नेतृत्व
ग्रामीण परिवेश में पंचायत का नेतृत्व करना चुनौतियों से भरा होता है, लेकिन प्यारी कुमारी चौहान ने सीमित संसाधनों के बावजूद दृढ़ संकल्प, ईमानदारी और जनसेवा के बल पर नेतृत्व की नई मिसाल कायम की। उनकी यह यात्रा गांव की गलियों से निकलकर राष्ट्रीय विमर्श तक पहुँची है, जो आज हर ग्रामीण महिला के लिए प्रेरणास्रोत बन रही है।
2015 से निरंतर सरपंच, विश्वास की बुनियाद
वर्ष 2015 से लगातार सरपंच के रूप में कार्यरत रहते हुए उन्होंने ग्राम पंचायत मण्डावर में पारदर्शी प्रशासन, जनभागीदारी और जवाबदेही आधारित शासन व्यवस्था को मजबूती दी। विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन ने यह साबित किया कि गांव भी सुशासन और नवाचार के मॉडल बन सकते हैं।
महिला सशक्तिकरण और सामाजिक बदलाव
महिला सशक्तिकरण, महिलाओं की निर्णय प्रक्रिया में भागीदारी, स्वावलंबन, आत्मसम्मान और शराबबंदी जैसे सामाजिक अभियानों ने गांव के सामाजिक ताने-बाने को नई दिशा दी। इन प्रयासों से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा और पंचायत स्तर पर उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हुई।
सम्मानों से सजी संघर्ष की यात्रा
अपने निरंतर कार्यों के चलते प्यारी कुमारी चौहान को अब तक 50 से अधिक राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तरीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इनमें राजस्थान गौरव सम्मान रत्न, इंडियन आइकन अवार्ड, इंटरनेशनल वूमेन अवार्ड, पॉलिटिकल लीडरशिप अवार्ड और चेंजमेकर ऑफ द ईयर अवार्ड प्रमुख हैं। हालिया ‘आउटस्टैंडिंग लीडर अवार्ड’ उनकी संघर्षपूर्ण यात्रा की राष्ट्रीय स्वीकृति है।
सम्मान पर प्रतिक्रिया
सम्मान प्राप्त करने के बाद सरपंच प्यारी कुमारी चौहान ने कहा की
“मेरी यह यात्रा गांव की मिट्टी से शुरू हुई है। मण्डावर की जनता का विश्वास और महिलाओं की भागीदारी मेरी सबसे बड़ी ताकत रही है। यह सम्मान मुझे और अधिक जिम्मेदारी के साथ गांव के विकास और महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने की प्रेरणा देता है।”
