
उदयपुर। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अन्तर्गत मंगलवार को दी उदयपुर सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड द्वारा प्रबंध निदेषक अनिमेष पुरोहित के निर्देषन में जवाहर विद्यापीठ, कानोड के विद्यार्थियों के लिए साइबर सिक्युरिटी पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में जवाहर विद्यापीठ के सचिव डॉ आनन्द धींग एवं प्रधानाध्यापिका सविता वैरागी ने अतिथियों का स्वागत किया। बैक की अधिषाषी डॉ मेहजबीन बानो ने सहकारिता वर्ष की अवधारणा को समझाते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत करवाया। बैंक की भीण्डर शाखा के वरिष्ठ प्रबन्धक राजेष टेलर ने विद्यार्थियों को सहकारी बैंक एवं बैंक की सुविधाओं तथा सेवाओं का संक्षिप्त परिचय दिया। प्रथम सत्र में बैंक के आई.टी. प्रबन्धक श्री हितेष कुमार पंचाल ने वर्तमान में प्रचलित विभिन्न साईबर अपराधों के बारे में छात्र-छात्राओं को बताया। श्री पंचाल ने कहा कि विद्यार्थी सामान्यतया सोषल मीडिया का उपयोग करते समय बाहरी लिंक्स पर क्लिक कर देते हैं जिसके कारण उनका व्यक्तिगत डेटा हेकर्स के पास पहुंच जाता है तथा अपराधी बैंक फ्राड्स को अंजाम दे देते हैं। वक्ता ने सुझाव दिया कि सभी को अपने पासवर्डस सावधानी से रखने चाहिए तथा मोबाइल पर आए हुए ओटीपी कभी भी किसी व्यक्ति से साझा नहीं करने चाहिए।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में दी उदयपुर महिला समृद्वि अरबन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के आई.टी. हैड निपुण चितौडा ने विषय वस्तु पर प्रकाष डाला। उन्होंने बताया कि साईबर फ्राड होने की स्थिति में इसकी जानकारी तुरन्त ही नजदीकी साईबर पुलिस थाना अथवा 1930 नम्बर डायल करके देने की जानकारी दी, ताकि तुरन्त कार्यवाही करके अपराधी को पकडा जा सके।
चितौडा ने कहा कि जागरूकता ही साईबर अपराधांे से बचने का एकमात्र उपाय है। अतः कभी भी अवांछित फोन कॉल्स का उत्तर न दें तथा मुफ्त की योजनाओं के झॉसे में नहीं आएं। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को साईबर जागरूकता की बुकलेट भी वितरित की गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ धर्मेष मोटवानी ने किया। श्रीमती मीना नेभनानी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर जवाहर विद्यापीठ के समस्त अध्यापक तथा भीण्डर कार्यक्षेत्र की ग्राम सेवा सहकारी समितियों के व्यवस्थापकगण मौजूद रहे।