बाल भिक्षावर्ती को लेकर अभियान, दो बालिका व एक बालक को किया रेस्क्यू
उदयपुर, । जिला प्रशासन, बाल अधिकारिता विभाग, पुलिस विभाग एवं गायत्री सेवा संस्थान की संयुक्त टीम ने बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाते हुए तीन मासूम बालक बालिकाओं को रेस्क्यू करके आश्रय दिलवाया।
उदयपुर में निरंतर जहां पर्यटकों की संख्या बड़ी है साथ ही भिक्षावृत्ति के मामले सामने आने लगे हैं। उसी के चलते जिला विधि प्राधिकरण के सचिव कुलदीप शर्मा ने कोर्ट परिसर में कुछ नाबालिग बच्चों के भिक्षावर्ती करने की सूचना चाइल्ड लाइन को दी। जिला समन्वयक नवनीत औदिच्य द्वारा तुरन्त प्रभाव से क्षेत्रीय जांच करवा कर जानकारी ली गई। भोपालपूरा पुलिस चौकी के बालकल्याण अधिकारी हरिराम की मदद से दो बालिकाओं को रेस्क्यू किया गया। साथ ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हितेश मेहता द्वारा भी फतहपुरा में बाल भिक्षावर्ती की सूचना प्राप्त हुई जिस पर बालक को रेस्क्यू कर आश्रय दिलवाया गया।
बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक के.के चंद्रवंशी ने बताया कि विभाग की त्रैमासिक बैठक में बाल भिक्षावृत्ति एवं बाल श्रम उन्मूलन को लेकर अभियान के लिए योजना बनाई गई थी। इसके तहत कार्रवाई को सुचारु किया जा रहा है इसी के तहत शहर में तीनों ही बालक बालिकाओं को रेस्क्यू कर बाल कल्यण समिति के सदस्य अंकुर टॉक के समस्त प्रस्तुत कर आश्रय दिलाया गया। परिजनों को सूचित कर उनको बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थित होने के लिए भी निर्देशित किए गए, ताकि उनकी उचित समझाइश कर पाबंद किया जा सके।