खूब सजी 'महफ़िल सुरों की' - प्रतिभावान गायिका मारिशा की गीत—गजलों का दिखा सम्मोहन
उदयपुर। शहर में गीत—संगीत को समर्पित 'म्यूजिक एंड मैलोडिज' संस्थान तथा मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के, उर्दू विभाग के सानिध्य में 'महफ़िल सुरों की' कार्यक्रम का आयोजन सुखाड़िया विश्वविद्यालय सभागार में होलिका उत्सव के रूप में किया गया। कार्यक्रम में शहर की प्रतिभावान गायिका मारिशा दीक्षित के साथ विभिन्न कलाकारों की प्रस्तुतियों ने सम्मोहन बिखेरा।
कार्यक्रम संयोजक चिन्मय दीक्षित ने बताया कि विश्वविद्यालय के बप्पा रावल सभागार में आयोजित 'महफिल सुरों की' कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व प्रोफेसर डॉ प्रेम भंडारी थे। बतौर विशिष्ट अतिथि जनार्दन राय नागर, विद्यापीठ विश्वविद्यालय के कुलपति कर्नल प्रोफेसर डॉ.शिवसिंह सारंगदेवोत, कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया, ऐश्वर्या कॉलेज की डाॅ सीमा सिंह, सुश्री ऐश्वर्या सिंह थे।
कार्यक्रम दौरान शहर के गणमान्य नागरिकों और संगीत सुधीजनों ने मुख्य गायिका मारिशा दीक्षित जोशी द्वारा प्रस्तुत की गई ग़ज़लें , फिल्मी गीतों और होली फागों की विस्तृत रूपरेखा और संगीत की शास्त्रीयता को बरकरार रखते हुए ऐसा समां बांधा कि दर्शक झूमते नजर आए। इस दौरान मथुरा के मयूर नृत्य और फूलों की होली की प्रस्तुति का आकर्षण देखा गया। कार्यक्रम दौरान सनातनी कवि-शायर कपिल पालीवाल ने अनोखे और शानदार अंदाज में कार्यक्रम को नये आयाम दिए।
इस अवसर पर कलाकार सारंगी वादक विजय धांधडा, हारमोनियम वादक नारायण गंधर्व, की- बोर्ड वादक सोनू भाट, बांसुरी पर गजेंद्र पीयूष, तबले पर हर्षवर्धन, ढ़ोलक पर रोनित वर्मा और आक्टोपेड पर विजय गंधर्व ने संगत करते हुए गीत—गजलों में चार चांद लगा दिए। समारोह में उर्दू विभाग के अध्यक्ष डॉ.आशीष सिसोदिया ने सभी का आभार व्यक्त किया।