उदयपुर,। तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशम अधिशास्ता आचार्य महाश्रमण अपनी धवल वाहिनी के साथ लम्बे-लम्बे डग भरते हुए मेवाड़ की ओर अपने चरण बढ़ा रहे है। श्री मेवाड़ जैन श्वेताम्बर तेरापंथी कांफ्रेंस के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने बताया कि आचार्य महाश्रमण 15 नवम्बर को प्रात: गड़ाधर से का विहार कर शामला जी पधारे। आचार्य श्री महाश्रमण अहमदाबाद चातुर्मास संपन्न करके राजस्थान की तरफ अपने चरण बढ़ा रहे हैं। इसी क्रम में आचार्य महाश्रमण अपनी धवल वाहिनी के साथ 16 नवंबर को प्रात: रतनपुर में राजस्थान की सीमा में प्रवेश करेंगे। राजस्थान बॉर्डर पर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी सदस्य दिनेश खोड़निया, स्वच्छ भारत मिशन के राजस्थान कॉर्डिनेटर के के गुप्ता सहित डूंगरपुर, उदयपुर, राजसमन्द, भीलवाड़ा जिले के कई गणमान्य व्यक्ति आचार्य महाश्रमण का स्वागत अभिनंदन करेंगे। आचार्य महाश्रमण के विहार के दौरान मार्ग में जगह- जगह ग्रामीणों, विद्यालय के बच्चों और श्रावक-श्राविकाओं द्वारा अभिवादन किया गया। आचार्य महाश्रमण ने ग्रामीणों नशामुक्ति की प्रेरणा दी। आचार्य महाश्रमण का अपनी धवल वाहिनी के साथ अगला पड़ाव 16 नवम्बर को रतनपुर में होगा।
आचार्य महाश्रमण ने उपस्थित जन समुदाय को अमृत देशना देते हुए फरमाया कि जब व्यक्ति विषयासक्त हो जाता है, तो उसका शरीर और मन दोनों प्रभावित हो जाते हैं। तीव्र आसक्ति के कारण व्यक्ति अपने ऊपर नियंत्रण खो बैठता है वह अनुचित आहार लेता है, आवश्यकता से अधिक भोग करता है, और परिणामस्वरूप उसका शरीर दुर्बल हो जाता है। शरीर की दुर्बलता व्यक्ति को पीड़ा देती है और वह अच्छे कार्यों में भी समर्थ नहीं रह पाता। आचार्यश्री ने कहा कि जीवन में श्रेष्ठ कार्य करने के लिए स्वस्थ शरीर, दृढ़ मनोबल और शांत मानसिक स्थिति का होना अत्यंत आवश्यक है। जब साधन-सामग्री, शारीरिक बल और मानसिक संतुलन तीनों का समन्वय हो, तभी व्यक्ति सूझ-बूझ से उत्तम कर सकता है। किंतु इससे भी अधिक महत्त्वपूर्ण यह है कि व्यक्ति अपनी शक्ति का उपयोग किस दिशा में करता है। शक्ति का उपयोग विनाशकारी कार्यों में भी किया जा सकता है और रचनात्मक, लोक-कल्याणकारी कार्यों में भी।
आज गुजरात राज्य में दो चातुर्मास की समाप्ति पर आयोजित मंगल भावना समारोह में अहमदाबाद चातुर्मास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष अरविंद संचेती,उत्तर गुजरात प्रवास व्यवस्था समिति मंत्री महावीर चावत, खेड़ब्रह्मा के शंकर लाल पितलिया, अशोक भाई सुकलेचा, उत्तर गुजरात महिला मंडल भिलूड़ा, ज्ञानशाला भिलोड़ा ने अपनी भाव्याव्यक्ति दी। कस्तूर भाई लाल भाई हॉस्पिटल लक्ष्मीपुरा में नव स्थापित महाश्रमण इमेजिंग सेंटर का आचार्य महाश्रमण के सान्निध्य में उद्घाटन किया गया। आज के कार्यक्रम में उपस्थित कृष्णा प्रणाली आश्रम के कमलेश महाराज,श्याम सुंदर महाराज, सोहम पुरी महाराज, अवधेशानंद महाराज, रणछोडऱाय मंदिर के मनोज शुक्ला का साहित्य समर्पण, उपरना और स्मृति चिन्ह से अभिनंदन मेवाड़ यात्रा संयोजक पंकज ओस्तवाल, महासभा उपाध्यक्ष निर्मल गोखरू,कांफ्रेंस महामंत्री बलवंत रांका, राकेश सूतरिया, नानालाल राठौड़, गौतम बाफना, केतन डूंगरवाल, द्वारा किया गया। अंत में उपस्थित जन समुदाय को मंगल पाठ का श्रवण करवाया गया।
मार्ग सेवा में किशनलाल डागलिया, राजकुमार फत्तावत, पंकज ओस्तवाल, निर्मल गोखरू, बलवंत रांका, राकेश सूतरिया, नानालाल राठौड़, गौतम बाफना, केतन डूंगरवाल, दीपक सिंघवी, विनोद मांडोत,प्रवीण हिरण, आजाद सिंघवी, विनोद सिंघवी, मनीष बाफना,ललित छाजेड़, कमलेश मेहता,भीखम कोठारी, अक्षत पोरवाल आदि आचार्य महाश्रमण की मार्ग सेवा में सहभागी रहे।