शक्करगढ़ में संत अमरावजी महाराज का प्रथम निर्वाण महोत्सव होगा भव्य आयोजन

Update: 2025-09-27 11:04 GMT

 शाहपुरा- पेसवानी. श्री संकट मोचन आदर्श गोशाला एवं श्री संकटहरण हनुमद्धाम, शक्करगढ़ में सत्प्रेरक सद्गुरुदेव परमहंस संत अनंतश्री स्वामी अमरावजी महाराज के प्रथम वार्षिक निर्वाण महोत्सव को लेकर तैयारियां जोर-शोर से प्रारंभ हो चुकी हैं। इस आयोजन को भव्य एवं दिव्य स्वरूप देने के लिए आश्रम ट्रस्ट के पदाधिकारियों की एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश पुरी जी महाराज ने की।

बैठक में निर्णय लिया गया कि यह महोत्सव 25 नवंबर से 3 दिसंबर तक चलेगा। इस अवधि में प्रतिदिन धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित होगी। प्रमुख आकर्षण के रूप में स्वामी जगदीश पुरी जी महाराज के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा का विशाल आयोजन होगा। इस कथा में देशभर से अनेक संत-महात्मा और महापुरुषों के सम्मिलित होने की संभावना है।

आश्रम के ब्रह्मचारी आचार्य हंस चौतन्य ने जानकारी देते हुए बताया कि महोत्सव के दौरान भक्तों के आध्यात्मिक उत्थान हेतु विविध कार्यक्रम होंगे। इनमें कवि सम्मेलन, विशाल भजन संध्या और धार्मिक प्रवचन शामिल हैं। विशेष रूप से 3 दिसंबर को नवनिर्मित समाधि मंदिर में ब्रह्मलीन गुरुदेव की दिव्य मूर्ति की स्थापना की जाएगी, जो इस आयोजन का ऐतिहासिक क्षण होगा।

बैठक में उपस्थित आश्रम ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने आयोजन से जुड़े सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। विशेष रूप से कथा में भाग लेने वाले यजमानों के लिए आवास, भोजन और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। यह सुनिश्चित करने पर बल दिया गया कि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

बैठक में वरिष्ठ ट्रस्टी सुरेश चंद्र रुइया, संजय निमोदिया, दिनेश तोषनीवाल, पूरण कुमार कारिहा, शिवरतन मूंदड़ा, कन्हैया लाल यादव, सुरेंद्र जोशी, प्रताप चंद्र शर्मा, नाथूलाल पंचोली, भंवर लाल झवर, रमेश सोमानी, भगवान मंडोवरा और दीपक टाक सहित अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।

संत अमरावजी महाराज ने अपने जीवनकाल में लोककल्याण, गौसेवा और अध्यात्म के क्षेत्र में जो कार्य किए, वे आज भी अनुकरणीय माने जाते हैं। उनके प्रथम निर्वाण दिवस पर आयोजित यह महोत्सव न केवल श्रद्धांजलि का अवसर होगा, बल्कि समाज को धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ने का भी एक माध्यम बनेगा।

आयोजन समिति ने बताया कि इस महोत्सव में हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। आयोजन स्थल पर व्यापक स्तर पर पंडाल, प्रकाश और ध्वनि व्यवस्था की जाएगी। वहीं, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चिकित्सा, पेयजल और सुरक्षा की विशेष व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की जाएंगी।

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