तीसरे स्थान पर कांस्य पदक प्राप्त होने पर कुशाले ने धनोप माता के माथा टेका

By :  vijay
Update: 2024-11-29 14:06 GMT

राजेश शर्मा धनोप। महाराष्ट्र पुणे से स्वप्निल कुशाले पिता सुरेश कुशाले ने परिवार व कोच देशपांडे के पति तवनिशा पांडे सहित मातेश्वरी के चरणों में धोक लगाई। स्वप्निल कुशाले ने ओलंपिक पेरिस से 50 मी. राइफल प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर रहकर कांस्य पदक प्राप्त किया। कुशाले ने बताया कि सातवें स्थान पर चल रहा था। अचानक मेरे ट्रेनी कीर्ति राज एवं भुवनेश्वर सिंह की बात याद आ गई व धनोप मातेश्वरी का ध्यान कर प्रार्थना की तो 2 घंटे के अंतराल में सातवें स्थान चल रहा था जो तीसरे स्थान पर आ गया। यह सब धनोप मातेश्वरी की कृपा थी व पदक प्राप्त किया। जिस पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सम्मानित हुआ तथा महाराष्ट्र शिंदे सरकार ने दो करोड़ रुपए दे कर प्रोत्साहित किया। कुशाले गुरुवार को 11:15 बजे धनोप माता पहुंचे। जहां पर पहले ट्रेनी साथी के परिवार जनों ने मंदिर की सीढ़िया पर तिलक लगाकर आरती की। मंदिर पुजारियों ने पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। फिर मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष राणावत व ट्रस्ट सचिव द्वारा राजस्थानी रीति रिवाज से तिलक, माला, पगड़ी, सोल व धनोप माता की प्रतिमा भेंटकर स्वागत किया गया। उसके बाद धनोप माता स्थित राजपूत धर्मशाला में

भारत का नाम रोशन करने वाले कुशाले एवं उनके परिवार का धनोप माता राजपूत धर्मशाला अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह राणावत, राजपूत धर्मशाला महामंत्री समाज सेवक गोपाल सिंह कादेड़ा, रमेश पंडा, प्रदीप पंडा, कालु पंडा, सुनील जैन, लक्ष्मण सिंह कुरथल, मानसिंह शिवपुरी, दिव्यराज सिंह बड़ली, प्रताप सिंह, मूल सिंह, बलदेव सिंह, भवानी सिंह, शेर सिंह, हेमेंद्र सिंह, ओम सिंह विजयनगर आदि ने साफा बंधवाकर स्वागत किया। वही हेमेंद्र सिंह विजयनगर की तरफ से सभी अतिथियों के लिए राजपूत धर्मशाला में भोजन प्रसादी का आयोजन हुआ। इस दौरान राजपूत समुदाय के अन्य महानुभव भी उपस्थित रहे।

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