आबकारी विभाग की एक दुकान के नाम से क्षेत्र में अवैध 10 दुकानें हैं संचालित

धनोप राजेश शर्मा। आबकारी विभाग ने रामप्रसाद कलाल नामक एक व्यक्ति को शराब बिक्री के लिए धनोप में एक दुकान का लाइसेंस जारी किया था। ग्रामीणों का आरोप है कि यह लाइसेंस एक दुकान के लिए था, लेकिन इसका उपयोग अवैध रूप से रोड के अतिरिक्त अन्य स्थानों पर किया जा रहा है। वर्तमान में धनोप ग्राम में शराब ठेके की एक दुकान का लाइसेंस जारी हो रखा है लेकिन उसकी आड में ठेकेदार राम प्रसाद कलाल ने राजपुरा कॉलोनी, हंसपुरा, रलायता, माली खेड़ा, धनोप माता जी, सांगरिया रोड धनोप, भीलों का झोपड़ा इत्यादि इसी लाइसेंस से 8-10 दुकानें अवैध रूप से संचालित की जा रही हैं। और तो और है लेकिन शक्तिपीठ धनोप माता मंदिर पर भी दारू की पेटियों का अवैध शराब की सप्लाई की जाती है। वहीं राजकीय विद्यालय खेल मैदान में शराब की बोतले बिखरी हुई व फुटी हुई पड़ी रहती है। कहने का तात्पर्य सरकारी भूमि का भी धड़ल्ले से दुरुपयोग किया जा रहा है। ये सभी दुकानें दे रात तक खुली रहती है। इन अवैध रूप से संचालित शराब की दुकानें बंद होनी चाहिए। अवैध दुकानों के कारण क्षेत्र में शराबियों के बीच लड़ाई-झगड़े की वारदातें बढ़ गई हैं। इसके अलावा गांव की महिलाओं के साथ अप्रिय घटनायें होने की भी आशंका है। ग्रामीणों ने कहा कि इन अवैध दुकानों को बंद नहीं किया गया, तो गांव में गंभीर वारदातें हो सकती हैं। अवैध रूप से संचालित ठेकों के विरुद्ध ग्रामवासियों द्वारा कई बार जनप्रतिनिधियों को शिकायतें की गई हैं। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि शीघ्र अतिशीघ्र कार्रवाई कर अवैध रूप से संचालित दुकानों को बंद करने के आदेश दे।