अवैध बजरी रोकने गए ग्रामीणों को जिंदा जमीन में गाड़ने की दी धमकी

राजेश शर्मा धनोप। बालापुरा ग्राम में बजरी माफियाओं की दादागिरी, अवैध बजरी रोकने गए ग्रामीणों को जिंदा जमीन में गाड़ने की दी धमकीबालापुरा में खारी नदी में पिछले कई माह से रोजाना सुबह-शाम रात दिन हो रहे अवेध बजरी की रोकथाम करने गए ग्रामीणो को बजरी माफियो ने जिंदा नदी में बजरी के साथ गाड़ने की धमकीं देते हुए गाली गलोच करने पर उतारू हो गए। जिस पर महिलाओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए महिलाओं ने एकजुट होते हुए हाथों में लकड़ियां, कुल्हाड़ी लेकर बजरी से भरे डंपरों को नदी में ही खाली करने के बाद जाने दिया।ग्राम वासियों ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर सहित संभागीय आयुक्त को ज्ञापन के माध्यम से बताया कि खारी नदी में लीज धारक ही रात के अंधेरे में व दिन के उजाले में खारी नदी में भारी भरकम एलएनटी मशीनो के द्वारा बालापुरा नदी में उतरते ही चल रही हैं। जो दिन में स्टॉक के नाम से चल रही है वहीं एलएनटी मशीन रात को अवैध बजरी के डंपर भरती है और गोठड़ा के जंगलों में अवेध रूप से स्टॉक कर मुंह मांगे दामों पर प्रशासन की मिली भगत से खुलेआम बजरी का अवेध कारोबार किया जा रहा है। जिससे डंपर मालिकों के साथ-साथ मिली भगत से प्रशासन भी फल फूल रहा है। ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को श्रीमती भुरी देवी कुमावत, श्रीमती गोमती देवी कुमावत, श्रीमती सोनिया देवी कुमावत, श्रीमती रिंकू देवी कुमावत, सोनिया देवी, श्रीमती रिंकू देवी, श्रीमती दुर्गा देवी, श्रीमती छोटी देवी कुमावत, रुकमा देवी कुमावत, इंदिरा राम रैबारी, कालूराम कुमावत, रामनाथ कुमावत, राधेश्याम कुमावत, भंवरलाल कुमावत, किशनलाल कुमावत ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि प्रतिदिन हो रहे अवैध बजरी खनन से नंदी सहित आस पास के कुएं सुख रहे यही हालत रही तो आने वाले समय में पेट भरना भी मुश्किल होगा। आजीविका का एकमात्र साधन कृषि बिन पानी खेती होना निराधार है। आए दिन भू-माफियाओं की दादागिरी से गांव की सुख शान्ति भी भंग हो रही है। कई बार पुलिस प्रशासन से लेकर खान विभाग सहित प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन देने पर भी कार्रवाई नहीं हुई। शुक्रवार सुबह नदी में रोजाना की तरह अवैध बजरी खनन होने पर ग्राम की महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा और हाथों में कुल्हाड़ीया ली तथा नदी में बजरी से भरे हुए डंपरों को नदी में ही बजरी खाली करवाईं और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए खारी नदी में ही धरना देकर बैठ गई।
इनका कहना।
अवैध बजरी खनन की सूचना मिली। गस्त बढ़ाते हैं। अभी मैं बाहर हूं हर हाल में कानून से खिलवाड़ करने वाले को बक्सा नहीं जाएगा।
बनवारी लाल मीणा सावर थाना अधिकारी।
पिछले कई महीनों से रात-दिन हो रहे अवेध बजरी को रोकने के लिए कई बार ज्ञापन के माध्यम से समस्या का प्रशासन से निवेदन कर चुके परंतु अभी तक प्रशासन की नींद नहीं खुली। मजबूरन महिलाओं को चूल्हे चौके से उठकर हाथ में बेलन की जगह कुल्हाड़ी लेनी पड़ी नंऔर बोला कि अब हमारी लाशों से होकर ही बजरी जायेगी।
भूरी देवी कुमावत ग्रहणी बालापुरा।