धनोप राजेश शर्मा। पनोतिया सहित आसपास के गांवों मे जंगली सुअरों का आतंक बढ़ गया है। इससे किसान परेशान हैं। जंगली सूअर फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। इस वर्ष फसल की बुआई करने के दूसरे-तीसरे दिन ही मक्का के बीज को जंगली सुअरों ने अपना भोजन बना लिया। फसल पक कर तैयार होने के बाद भी किसानों के हाथ कुछ नहीं लगने से काफी परेशान हो रहे हैं। मानसून की अनियमितता के कारण किसानों को 2 बार बुआई करनी पड़ी। उसके बाद भी किसानों को जंगली सूअरों के आतंक से फसल लेने में राहत नहीं मिलती। क्षेत्र के खेतों मे उगी फसलों को जंगली सुअरो के बर्बाद कर देने के कारण किसानों के चेहरों पर उदासीनता छाई हुई है। बणा व मक्का सहित सभी फसलों को जंगली सूअर नष्ट कर रहे है। कैलाश चंद्र जोशी पनोतिया ने बताया कि हमारे खेतों में उगी फसल को जंगली सूअरों ने तहस-नहस कर दिया है। गांव में 100 बीघा बणा व 100 बीघा मक्का की फसल बर्बाद हो चुकी है। बणा के एक-एक पौधे पर 50-50 डिंडू लगे हुए हैं लेकिन सुअरों के आतंक ने फसल को बर्बाद कर दी है। हम किसान भाइयों का कोई धणा धोरी नहीं है। हम सब किसान भाई इन जंगली सूअरों से परेशान है। ऐसे में तो हम सब किसान भाई बर्बाद हो जाएंगे। हम सभी किसान भाई मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार, जिला कलेक्टर से निवेदन करते हैं कि उपखंड अधिकारी, तहसीलदार, गिरदावर व पटवारी को आदेश देवें कि किसान भाइयों के खेतों में नुकसान दे रहे जंगली सुअरों के आतंक से निजाद दिलाए व जंगली सूअरों से बर्बाद हुई फसल का किसानों को मुआवजा दिलावें। जंगली सूअर खेतों व आस पास के क्षेत्र में रह रहे है। रात में फसल पर हमला कर देते हैं। ऐसे में रात में रखवाली करने जाए तो हमें बड़ा खतरा रहता है।