
शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा उपखंड कार्यालय शाहपुरा के बाहर क्रमिक अनशन धरने पर सामाजिक संगठनों एवं संघर्ष समिति शाहपुरा के सदस्य शांतिपूर्ण तरीके से नारेबाजी करते हुए धरना स्थल पर पहुंचकर शाहपुरा जिले को समाप्त करने के विरोध में प्रदर्शन किया और शाहपुरा को वापस जिले का दर्जा देने की मांग का ज्ञापन राज्यपाल के नाम संघर्ष समिति को दिया । शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति अध्यक्ष दुर्गा लाल राजोरा संयोजक राम प्रसाद जाट महासचिव कमलेश मुंडेतिया अभिभाषक संस्था उपाध्यक्ष गजेंद्र प्रताप सिंह राणावत अधिवक्ता आशीष पालीवाल ताज मोहम्मद विक्रम गुर्जर किसान केसरी संघ अध्यक्ष सूर्य प्रकाश ओझा अंबेडकर विचार मंच अध्यक्ष सुरेश घूसर प्रॉपर्टी यूनियन अध्यक्ष राजेंद्र बोहरा शक्ति सिंह परिहार संघर्ष समिति सदस्य उदय लाल बेरवा हाजी उस्मान मोहम्मद छिपा सत्यनारायण पाठक रवि शंकर उपाध्याय रज्जाक मोहम्मद धनराज जीनगर दीपक बेरवा किशन कहार मदनलाल कंडारा अविनाश अभिषेक सोनी विजय टेलर सहित कई सदस्य क्रमिक अनशन धरने बैठे।
जिला बचाओ संघर्ष समिति की समीक्षा बैठक में लिए महत्वपूर्ण निर्णय
शाहपुरा जिला बचाओ संघर्ष समिति महासचिव व संस्था सहसचिव कमलेश मुंडेतिया ने बताया कि आज दिनांक 11 अप्रेल को संघर्ष समिति कि आंदोलन की रणनीति को लेकर अति आवश्यक समीक्षा बैठक धरना स्थल पर संघर्ष समिति अध्यक्ष दुर्गा लाल राजोरा की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिसमें जिला आंदोलन को लेकर को आगामी रूपरेखा तैयार कर सर्वसम्मति से आंदोलन और धरने को निरंतर अनवरत जारी रखने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। संयोजक रामप्रसाद जाट ने बताया कि शहर और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को जोड़ने के लिए दो टीम में बनाई गई जो आंदोलन को प्रभावी तरीके से संचालित करने में अहम भूमिका निभाएगी और विभिन्न संगठनों द्वारा स्वेच्छा से दिनांक 30 अप्रैल तक निरंतर धरने पर बैठने वालों की सूची तैयार की गई। संघर्ष समिति अध्यक्ष दुर्गा लाल राजोरा ने कहा कि 28 अप्रैल को ब्लैक डे मनाया जाएगा जिसमें शाहपुरा 11:00 बजे तक स्वैच्छिक बंद रहेगा तथा खून से हस्ताक्षर करने सहित यूनिक कार्यक्रम के माध्यम से अनूठा प्रदर्शन कर सरकार से शाहपुर जिले की बहाली की मांग की जाएगी।
संघर्ष समिति महासचिव कमलेश मुंडेतिया ने बताया कि 12 अप्रैल को क्रमिक अनशन धरने पर सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी एवं संघर्ष समिति सदस्य बैठेंगे। आज की समीक्षा बैठक में धरने पर बैठे उक्त सामाजिक संगठनों एवं संघर्ष समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यगण तथा अधिवक्तागण मौजूद रहे। गुरुवार शाम त्रिमूर्ति चौराहे पर संघर्ष समिति द्वारा आयोजित कुंभकरण नाटक मंचन से लोगों में भारी उत्साह का संचार हुआ और सामाजिक संगठनों का लगातार सहयोग और समर्थन मिल रहा है इसलिए जन भावना को देखते हुए आंदोलन निरंतर जारी रहेगा।