स्कूली पौशाक के लिये 3.50 करोड़ मीटर कपड़े का टेण्डर आमंत्रित: भीलवाड़ा का वस्त्र निर्माता शर्तों को पूर्ण करने में असमर्थ
भीलवाड़ा हाल ही में प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी स्कूल में प्राईमरी एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों के लिये शिक्षार्थियों की पौशाक के लिये 3.50 करोड़ मीटर कपड़े का टेण्डर आमंत्रित किया है, जिसमें उल्लेखित शर्तों के अनुसार कोई भी भीलवाड़ा का निर्माता संभवतया उन शर्तों को पूर्ण करने में असमर्थ होगा।
भीलवाड़ा जो कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर वस्त्र उद्योग में ख्यातनाम निर्माता एवं निर्यातक है। साथ ही सम्पूर्ण देश में पेन्ट कपड़े की खपत का 50 प्रतिशत से अधिक केवल भीलवाड़ा उत्पादन करता है, इतने बड़े 30,000 करोड़ रूपयें के सालाना टर्न ओवर वाले वस्त्र उत्पादन केन्द्र से शायद ही कोई इका-दूका उन शर्तों को पूर्ण कर पायेगा। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया गया।
यह है शर्ते
फैडरेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेमस्वरूप गर्ग ने बताया कि उक्त शर्तें जो निम्न प्रकार है -
(1) कम्पोजिट युनिट यानी एक निर्माण फैक्ट्री में कपड़ा उत्पादन के सभी कार्य का होना, जिसमें स्पीनिंग, ट्विस्टींग, साईजिग, वीविंग, डाईंग, प्रोसेसिंग से लेकर पैकिंग डिस्पेंच तक का सारा कार्य एक फैक्ट्री में होना जो कम्पोजिट कहलाता है।
(2) बिडर द्वारा इससे पूर्व 100 करोड़ के ऑर्डर का सरकारी एक्जीक्युशन कर रखा है। वे ही इस टेण्डर में भाग ले सकते है, अतः भीलवाड़ा के इतने बड़े वस्त्र उद्योग में से कोई इका-दूका ही भाग ले पायेगा।
फैडरेशन के अध्यक्ष एवं सांसद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
भीलवाड़ा टेक्सटाईल ट्रेड फैडरेशन के अध्यक्ष एवं सांसद दामोदर अग्रवाल ने, मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र जारी कर अनुरोध किया है कि एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिये सक्षम निर्माताओं द्वारा इस टेण्डर में सहभागिता प्रदान करने के लिये उपरोक्त दोनों शर्तों में शिथिलता लाई जायें, जिससे सक्षम कोई भी निर्माता इस टेण्डर में सहभागिता कर सके। न कि कुछ चुनिन्दा लोगों को इस अवसर का लाभ मिले। अतः कम्पोजिट युनिट की अनिवार्यता को पूर्ण रूप से वापस लिया जाना एमएसएमई के हक में रहेगा एवं प्रोत्साहन देगा।
पत्र में बताया की 100 करोड़ रूपयें के ऊपर के फेब्रिक्स की आपूर्ति के सम्बन्ध में पूर्ण अनुभव प्रमाण की आवश्यकताओं को शिथिलता प्रदान करते हुये कारोबार टर्नओवर की शर्त पर उसे सहभागिता प्रदान की जाए। उपरोक्त विषय में शीघ्रता से लिया गया निर्णय आवेदकों को प्रोत्साहन देगा एवं आवेदक अधिक होने से क्वालिटी, दर एवं अधिक सप्लायर्स को टेण्डर अवार्ड किये जाने में सुलभता रहेगी।