सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या, लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर शक, यूपी के दो शूटर गिरफ्तार

Update: 2024-10-13 03:05 GMT

मुंबई। मुंबई के पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। सिद्दीकी बांद्रा (पूर्व) से तीन बार विधायक एवं राज्य सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वह इसी वर्ष फरवरी में कांग्रेस छोड़कर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजीत पवार) में शामिल हुए थे। उनके पुत्र जीशान सिद्दीकी वर्तमान में बांद्रा (पूर्व) सीट से ही विधायक हैं। पुलिस ने हत्या में शामिल रहे दो संदिग्ध शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है। बाबा सिद्दीकी का शव पोस्टमार्टम के लिए मुंबई के कूपर अस्पताल ले जाया जा रहा है।बाबा सिद्दीकी पर उनके पुत्र के कार्यालय के बाहर ही शनिवार को रात लगभग 9.30 बजे मोटर साइकिल से आए तीन शूटरों ने छह गोलियां दागीं। उन्हें छह गोलियां लगी थीं। घायलावस्था में बाबा सिद्दीकी को निकट के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए दो शूटर उत्तर प्रदेश के बताए जा रहे हैं।

पुलिस इस घटना के पीछे लारेंस विश्नोई गैंग पर शक जता रही है। बता दें कि बाबा सिद्दीकी ने अपना पूरा राजनीतिक जीवन कांग्रेस पार्टी में गुजारा। लेकिन इसी वर्ष फरवरी में वह कांग्रेस छोड़कर राकांपा में शामिल हो गए थे। उनके विधायक पुत्र जीशान सिद्दीकी के भी जल्दी ही राकांपा (अजीत) में शामिल होकर अगला विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना है।




 


बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में 10 मुख्य अपडेट्स

मुंबई पुलिस ने पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या से जुड़े दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए व्यक्ति हरियाणा और उत्तर प्रदेश से हैं. इस मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की भूमिका की भी जांच की जा रही है. फिलहाल मुंबई क्राइम ब्रांच इस मामले की तहकीकात कर रही है. हत्या के पीछे के कारण अभी साफ नहीं हुए हैं, लेकिन यह माना जा रहा है कि यह किसी व्यापारिक दुश्मनी का परिणाम हो सकता है.

पीटीआई के एक अधिकारी के मुताबिक, हमले के दौरान दो से तीन गोलियां चलाई गईं. जानकारी के अनुसार, सिद्दीकी को 15 दिन पहले ही जान से मारने की धमकी मिली थी और उन्हें ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी.

बाबा सिद्दीकी, जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रह चुके थे और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुनील दत्त और उनकी बेटी प्रिया दत्त के करीबी सहयोगी माने जाते थे, ने फरवरी 2024 में एनसीपी के अजित पवार गुट में शामिल होने के लिए कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया था. सिद्दीकी और उनके बेटे जीशान आगामी विधानसभा चुनावों से पहले अपनी राजनीतिक दिशा तय करने की योजना बना रहे थे.

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विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने बाबा सिद्दीकी की इस सनसनीखेज हत्या को लेकर महायुति सरकार की कड़ी आलोचना की है और उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस्तीफा देने की मांग की है.

बाबा सिद्दीकी ने तीन बार बांद्रा (पश्चिम) विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया था. उन्हें मुंबई के एक प्रमुख मुस्लिम नेता और कई बॉलीवुड सितारों के करीबी के रूप में भी जाना जाता था.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर ने उन्हें सूचित किया है कि दो संदिग्ध शूटरों को हिरासत में लिया गया है. इनमें से एक उत्तर प्रदेश का और दूसरा हरियाणा का रहने वाला है, जबकि तीसरा आरोपी फरार हो गया है. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जिनके पास गृह मंत्रालय का प्रभार भी है, घटना के बाद लीलावती अस्पताल पहुंचे.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में वह बाबा सिद्दीकी के परिवार, मित्रों और समर्थकों के साथ हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को इस मामले में गहन और पारदर्शी जांच करवानी चाहिए ताकि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले और न्याय सुनिश्चित हो सके.

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