बेगूं के हिस्ट्रीशीटर ने भीलवाड़ा, मांडलगढ़ व बिजौलियां के साथ ही राजस्थान, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र में चेनस्नेचिंग की वारदातें कबूली
भीलवाड़ा/ चित्तौडग़ढ़ । चित्तौडग़ढ़ शहर के प्रताप नगर में चेनस्नेचिंग की वारदात के मामले में दो बदमाशों को सदर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये आरोपितों में एक हिस्ट्रीशीटर बताया गया है। इन आरोपितों ने भीलवाड़ा के मांडलगढ़ में 1, बिजौलिया में 3, भीलवाड़ा शहर में 5 वारदात के साथ ही चित्तौडग़ढ़ सहित राजस्थान के अन्य शहरों और मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में इस तरह की कई वारदातें कबूली है। बता दें कि चित्तौडग़ढ़ में वारदात के बाद ये आरोपित सूरत भाग गये थे, जो वहां से लौटकर भीलवाड़ा पहुंचे और बस से उतरने के दौरान पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी रणजीत के खिलाफ अलग-अलग राज्यों के थानों में 40 मामले दर्ज है। जिनमें से महाराष्ट्र में दर्ज 3 मामलों में पुलिस को उसकी तलाश है।
एसपी सुधीर जोशी ने वारदात का खुलासा करते हुये बताया कि 6 अक्टूबर को प्रताप नगर निवासी रतन देवी खाब्या के गले से बाइक सवार 2 अज्ञात बदमाशों ने चेन लूट ली थी। सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया था। सदर थाना पुलिस और साइबर सेल की एक संयुक्त टीम गठित की गई। आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए।
150 सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस को पता चला कि यह बाइक सवार बेगूं की तरफ गए। बेगूं में भी जब कई सीसीटीवी फुटेज देख तो पीछे बैठे आरोपी बेगूं निवासी रणजीत उर्फ राजवीर पुत्र बंशीलाल खटीक की पहचान हो गई। रणजीत ने वारदात के समय रूमाल से चेहरा ढंक रखा था और बेगूं पहुंचने पर उसने अपने चेहरे से रुमाल हटा दिया । जबकि आगे बाइक चला रहा आरोपी निंबाहेड़ा हाल बेगूं निवासी चंद्र सिंह उर्फ राघव उर्फ चिंटू पुत्र शंकर सिंह राजपूत ने आखिर तक हेलमेट लगा रखा था। ये दोनों वारदात के अगले दिन सूरत चले गए। पुलिस भी सूरत पहुंच गई, लेकिन तब तक दोनों ट्रेन में बैठकर रवाना हो गए। उनका पीछा कर रही टीम भी ट्रेन से रवाना हुई। दोनों ही आरोपी भीलवाड़ा उतरे। जहां टीम ने दोनों को डिटेन कर लिया। दोनों को चित्तौड़ लाया गया और पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
महाराष्ट्र में महिला ने ही दबोचा था
आरोपी रणजीत खटीक ने अलग-अलग राज्यों में करीब 40 वारदातों को अंजाम दिया है। इनमें से 6 मामले महाराष्ट्र में दर्ज है। महाराष्ट्र में दर्ज हुई 3 मामलों में आरोपी वांछित है। रणजीत बेगूं थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। पहले वो बाइक चोरी का ही काम करता था। वह भीलवाड़ा में भी बाइक चोरी के कई मामलों में पकड़ा गया था। महाराष्ट्र में चेन स्नेचिंग के दौरान महिला ने भी उसे पकड़ लिया था।
ये वारदातें कबूली
पुलिस ने बताया कि रणजीत ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर भीलवाड़ा के मांडलगढ़ में 1 वारदात, बिजौलिया में 3, भीलवाड़ा शहर में 5 वारदात, चित्तौडग़ढ़ जिले के पारसोली में 1, बेगूं में 16 वारदातें की है। इसके अलावा चित्तौडग़ढ़ शहर में 3 वारदात, रावतभाटा में 1 वारदात, कोटा शहर में 3, उदयपुर के सूरजपोल में 1, मध्य प्रदेश के नीमच शहर में 3, मनासा में 2, बोरीवली, महाराष्ट्र में 3 वारदातें की है। एक महीना पहले ही भीलवाड़ा के बिजोलिया में चेन स्नेचिंग की वारदात को भी अंजाम दिया था।