60 लाख की धोखाधड़ी करने वाले 12 लोगों पर एफआईआर दर्ज,: शिकायतकर्ता ने डिप्टी सीएम दिया कुमारी के नाम का किया गलत इस्तेमाल
भीलवाड़ा बीएचएन। गंगापुर में कंप्यूटर रिपेयरिंग का कार्य करने वाले व्यक्ति से साठ लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गंगापुर पुलिस ने 12 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। उधर, पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि इस मामले में परिवादी के द्वारा पुलिस और आरोपितों पर दबाव बनाने के लिए प्रदेश की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी के नाम का भी गलत इस्तेमाल किया गया। ऐसे में पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुये आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन भी किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, खांखला निवासी पिन्टु कुमार पुत्र मदन लाल खोईवाल ने एक रिपोर्ट विनोद कलाल, कृष्णपालसिंह, चांदकंवर, रामसिंह, निवासी केलवा , राजसमन्द और खांखला, गंगापुर निवासी किशन खोईवाल आदि के खिलाफ दी। पिंटू ने रिपोर्ट में बताया कि वह गंगापुर में कम्प्युटर रिपेयरिंग का कार्य करता है। उसकी शॉप पर किशन खोईवाल आया । उसने परिवादी पिंटू को सीएमएन कंपनी के बारे में बताया। इसके चार-पांच दिन बाद वह दुबारा अपने साथ कृष्णपालसिंह, राजा मेवाडा उर्फ विनोद कलाल व उसके भाई कन्हैयालाल कलाल को लेकर आया। इन सभी ने भी उसे उक्त कंपनी के बारे में जानकारी देते हुये कहा कि वे, ट्रेडिंग का व्यवसाय करते हैं। सीएमएन कम्पनी को उन्होंने ही डवलप किया है । सारा फण्ड भी उन्होंने ही लगाया है । उन्होंने यह भी कहा कि हम इस कम्पनी में अच्छा बेनेफिट निकालेंगे और करोडपति बन जायेंगे। पिंटू को भी इन लोगों ने कम्पनी में इन्वेस्ट करने के लिये कहा और स्टाम्प व चैक देने के लिये कहा। इसके बाद भी आरोपित, परिवादी पिंटू के पास आते और इन्वेस्ट के नाम पर रोकड व इन आरोपितों के बताये व्यक्तियों के खाते में ऑनलाईन फर्दन-फर्दन करीब 60 लाख रुपये आरोपितों को दे दिये। तब ये आरोपित समय-समय पर उनके लेपटॉप में परिवादी के इन्वेस्टमेंट की वेल्यू काफी बढ़ा-चढ़ाकर दिखाते । पिंटू जब भी उनसे राशि विड्रोल के लिये कहता तो वे कहते कि अभी मार्केट डाऊन है अभी मत निकालों । जब मार्केट अप होगा तब विड्रोल कर लेंगे। इसके बाद आरोपितों ने परिवादी को राशि अदा नहीं की और षड्यंत्रपूर्वक पिंटू के साठ लाख रुपये धोखाधड़ी कर हड़प लिये। ये आरोपित, परिवादी को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। इस रिपोर्अ पर पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया।
एसपी ने किया टीम का गठन
जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने इस धोखाधड़ी की घटना को गंभीरता से लेते हुये आरोपितों की गिरफ्तारी व वत्वरित कार्रवाई के लिए एएसपी सहाड़ा रोशन पटेल, डीएसपी गंगापुर रविंद्र प्रताप सिंह व थाना प्रभारी फूलचंद के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया है।
पीडि़त के भाई ने भी इस्तगासे से दर्ज करवाई रिपोर्ट
पुलिस का कहना है कि पीडि़त पिंटू के बड़े भाई पारसमल पुत्र मदनलाल खोईवाल ने भी सात सितंबर को कोर्ट के इस्तगासे से रिपोर्ट पेश की थी, जिस पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था। इस मामले में परिवादी पारसमल खटीक को डिप्टी सीएम दियाकुमारी का सीएमएन कंपनी की ब्रांड अम्बेसडर होने के संबंध में साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए नोटिस दिया, लेकिन नोटिस का कोई जवाब परिवादी ने पेश नहीं किया। परिवादी ने अनुसंधान में बताया कि उसने कभी भी डिप्टी सीएम दिया कुमारी सीएमएन कम्पनी की ब्रांड अम्बेसडर है या नही के संबंध किसी से कोई जानकारी प्राप्त नही की और वह, कभी डिप्टी सीएम दिया कुमारी से नही मिला तथा ना ही फोन पर कभी बातचीत की। क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजक पुष्कर खटीक जो की पार्टी कार्यकर्ता होने के कारण इस प्रतियोगिता के संबध मे छपवाये गये पेम्पलेट पर डिप्टी सीएम दिया कुमारी का फोटो लगाया गया तथा साथ मे क्रिप्टो कंपनी का लोगो मात्र निजी स्वार्थ व डिप्टी सीएम की बिना अनुमति के लगाया गया।
पुलिस जांच में खुलासा- डिप्टी सीएम का कोई संबंध नहीं, पुलिस व आरोपितों पर दबाव बनाने के लिए किया नाम का इस्तेमाल
पुलिस का कहना है कि धोखाधड़ी के इस मामले में पारसमल खोईवाल व पिन्टु खोईवाल के द्वारा डिप्टी सीएम दिया कुमारी का इस मामले मे कोई संबंध नही होने पर भी केवल मात्र अपने प्रकरण मे पुलिस एवं आरोपितों पर दबाव बनाने की गरजसे क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजक द्वारा जारी पेम्पलेट की आड मे डिप्टी सीएम के नाम का इस्तेमाल किया गया है। जांच से इस प्रकरण और सीएमएन क्रिप्टो कम्पनी से डिप्टी सीएम दिया कुमारी का कोई संबध नही होना पाया गया। प्रकरण मे अनुसंधांन जारी है।