नरेश मीणा की गिरफ्तारी को लेकर उत्पात - समर्थकों ने किया पथराव और आगजनी, 25 मोटरसाइकिलें, 7 कारें, एक जीप जलकर राख
टोंक। देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव के दौरान मतदान के बाद बुधवार रात हुए पथराव व आगजनी से बवाल हो उठा। इसमें 30 से ज्यादा वाहन जल गए। वहीं 14 पुलिसकर्मी तथा कई ग्रामीण घायल हो गए। पुलिस ने गुरुवार दोपहर 12 बजे निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद समर्थक भड़क उठे और गुलाबपुरा, कचरावता हाइवे समेत अन्य मार्ग जाम कर दिए। जहां टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। सुरक्षा बल ने उन्हें काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बावजूद समर्थक बार-बार हाइवे पर आते रहे और उत्पात मचाते रहे। शाम को कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीना भी समरावता गांव पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से निर्दोष लोगों को गिरफ्तार नहीं करने को कहा। अजमेर रेंज उपमहानिरीक्षक ओमप्रकाश ने बताया कि 25 मोटरसाइकिलें, 7 कारें तथा एक जीप जल कर राख हो गई। गुरुवार सुबह तक कई वाहन जलते नजर आए। इधर, आग की चपेट में कई घर भी आ गए। इससे घर में रखा सामान जल गया। इसके चलते लोगों को काफी नुकसान हुआ। आग की लपटे रात को दूर-दूर तक दिखाई दी।
ऐसे हुई बवाल की शुरुआत
दरअसल समारावता गांव को नगरफोर्ट तहसील से हटाकर उनियारा तहसील में जोड़ने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया था। इस बीच अधिकारियों ने समझाइश कर कुछ लोगों से मतदान करा दिया था। इस पर नरेश मीना नाराज हो गया और मतदान केन्द्र में पहुंच गए। जहां एरिया मजिस्ट्रेट (मालपुरा उपखण्ड अधिकारी) अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया था। इसके बाद से ही गांव में धरना शुरू हो गया था।