एसीबी की बड़ी कार्यवाही: नगर विकास न्यास के दो तत्कालीन एईएन, एक जेईएन और ठेकेदार गिरफ्तार
भ्रष्टाचार निराेधक ब्यूरो ने uit के अधिकारियों ओर ठेकदार को मिलीभगत की और महाराणा प्रताप खेलगांव चित्रकूट नगर स्थित क्रिकेट स्टेडियम में घटिया काम करवाया। इसके बाद ठेकेदार फर्म के 4.34 करोड़ रुपए के बिल पास भी करवाने के आरोप में गिरफ्तार किया हे।
उदयपुर भ्रष्टाचार निराेधक ब्यूरो (एसीबी)ने इस मामले में सोमवार को तत्कालीन दो एईएन, एक जेईएन और ठेका फर्म के मालिक सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। मामले में दो तत्कालीन एक्सईएन कैलाशदान सांदू और सोहनलाल लोकवानी भी आरोपी हैं। इन्हें अभियोजन स्वीकृति मिलने के बाद गिरफ्तार किया जाएगा। बाकी आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश कर दिया गया है। कोर्ट ने इन्हें जेल भेज दिया। इनके खिलाफ धोखाधड़ी और धोखाधड़ी में साथ देने के अलावा लोक सेवक पद का दुरुपयोग करने की धाराएं लगाई गई हैं।
एसीबी के एएसपी अनंत कुमार ने बताया कि मामले में टीम ने सोमवार अलसुबह दबिश देकर नीमच माता स्कीम निवासी तत्कालीन एईएन देवेश शर्मा व मोती योजना निवासी मुकेश जानी, न्यू भूपालपुरा निवासी तत्कालीन जेईएन विमल कुमार और वर्धमान कॉम्पलेक्स के साथ फर्म प्रमाण कंस्ट्रक्शन के सेक्टर-4 निवासी ठेकेदार को गिरफ्तार किया। मंजूरी मिलने के बाद अन्य दो आरोपियों की भी गिरफ्तारी कर लि जाएगी।
दीवार ढही मिली, सीढ़ियों में दरारें, जांच में घटिया मिली सामग्री
5 अक्टूबर 2010 को चित्रकूट नगर के महाराणा प्रताप खेलगांव क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में अनियमितताएं की सूचना मिली थी।
टीम ने 21 अक्टूबर को मौका मुआयना किया। स्टेडियम के पूर्वोत्तर में दर्शक दीर्घा के पीछे 100 फीट की दीवार ढही हुई मिली।
बैठने की सीढ़ियों में दरारें थी। एफएसएल टीम ने ढही हुई दीवार के सैंपल लिए।
रिपोर्ट में घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग करने सहित अन्य अनियमितताएं सामने आई।
एसीबी की जांच में यूआईटी के तत्कालीन दोनों आरोपी अधिशासी अभियंता (एक्सईएन), दोनों तत्कालीन सहायक अभियंता (एईएन), तत्कालीन कनिष्ठ अभियंता (जेईएन) और ठेकेदार की मिलीभगत सामने आई।
निर्माण के 4 करोड़ 34 लाख 41 हजार 129 रुपए का भुगतान भी कर दिया गया।