रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में परिवाद पेश, सुनवाई नौ को, फर्जी व कुटरचित दस्तावेज पेश करने का लगा आरोप

By :  prem kumar
Update: 2025-01-04 13:41 GMT

 भीलवाड़ा बीएचएन। न्यायालय सिविल न्यायाधीश, कोटड़ी के यहां विचाराधीन एक प्रकरण में फर्जी व कुटरचित दस्तावेज पेश करने के आरोप में रिटायर्ड दो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ न्यायालय में परिवाद पेश किया है। इस परिवाद को स्वीकार करते हुये न्यायालय ने नौ जनवरी को सुनवाई नियत की है।

परिवादी कोटड़ी निवासी राधेश्याम भट्ट ने अपने अधिवक्ता जितेंद्र सिंह राणावत, एसपी भट्ट, सांवरमल जोशी व महेंद्र तेली के जरिये अदालत में परिवाद पेश किया। इस परिवाद में बताया कि सिविल न्यायालय, कोटड़ी के यहां विचाराधीन प्रकरण में परिवादी राधेश्याम भट्ट ने प्रकरण के सरकारी गवाह और रिटायर्ड पुलिस अधिकारी यशदीप भल्ला व देवप्रकाश पारीक के खिलाफ परिवाद पेश किया कि भल्ला और पारीक ने षड्यंत्र रचकर प्रकरण संख्या 239/2013 में मिथ्या साक्ष्य देने के आशय से फर्जी व कुटरचित शपथ पत्र बनाकर न्यायालय की पत्रावली में पेश किये हैं, जो 10 दिसंबर 24 व 11 दिसंबर 24 को भल्ला व पारीक ने मिलीभगत कर इस आशय से बनाया कि असल दस्तावेज न्यायालय से प्राप्त किये, जबकि ये दस्तावेज न्यायालय से प्राप्त नहीं किये। जबकि ऐसा कोई दस्तावेज उन्होंने न्यायालय से प्राप्त नहीं किया। न्यायालय की सील, मोहर व हस्ताक्षर भी इन फर्जी दस्तावेजों पर नहीं है। आरोप है कि भल्ला व पारीक ने गलत दस्तावेज बनाकर फर्जी साक्ष्य देने के आशय से सरकार बनानम राधेश्याम वगैरा की पत्रावली में पेश कर दिये, जो परिवादी को झूंठे मामले में फंसाने व नुकसान पहुंचाने की गरज से पेश किये। न्यायालय से दोनों के खिलाफ कार्रवाई व एफएसएल से जांच की मांग की। न्यायालय ने परिवाद स्वीकार कर नौ जनवरी को सुनवाई नियत की है। 

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