दक्षिणी रेलवे के अनुसार, डीजल ले जा रही मालगाड़ी के कुछ डिब्बों में लगभग साढ़े पांच बजे तिरुवल्लूर रेलवे स्टेशन को पार करते समय आग लग गई. कई अन्य डिब्बे (इंजन से तीसरे डिब्बे के बाद) पटरी से उतर गए. इस घटना में मालगाड़ी के 18 डिब्बे जलकर खाक हो गए. मालगाड़ी चेन्नई हार्बर से वालाजा रोड साइडिंग (वालाजाबाद) जा रही थी.
मालगाड़ी में आग लगने से आसमान में घना धुआं फैल गया. घटना के बाद दमकल की कई गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गईं. राज्य के अल्पसंख्यक एवं प्रवासी तमिल कल्याण मंत्री एस एम नासर ने अधिकारियों के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया. आग और धुएं को देखते हुए घटनास्थल के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों में भेजा गया. रेल सेवाएं बाधित होने के कारण राज्य परिवहन निगमों ने 170 से अधिक विशेष बस सेवाएं संचालित कीं.
आग लगने की सूचना पर लोको पायलट ने लगाई आपातकालीन ब्रेक
रेलवे ने बताया, “तीसरे डिब्बे में आग लगने की सूचना मिलते ही लोको पायलट ने तुरंत आपातकालीन ब्रेक लगाए और तिरुवल्लूर स्टेशन मास्टर ने एहतियात के तौर पर ‘ओवरहेड’ बिजली आपूर्ति बंद कर दी. रेलवे ने कहा, “हालांकि जब तक ट्रेन को पूरी तरह रोका गया, तब तक आग 19वें डिब्बे तक फैल चुकी थी. इसके परिणामस्वरूप चेन्नई को बेंगलुरु, केरल और रेनुगुंटा/तिरुपति से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण चेन्नई-अरक्कोनम खंड में ट्रेन संचालन को निलंबित करना पड़ा.”
11 मेल/एक्सप्रेस ट्रेन रद्द
रेलवे की आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार,‘‘चेन्नई सेंट्रल से चलने वाली या वहीं समाप्त होने वाली 11 मेल/एक्सप्रेस ट्रेन को रद्द कर दिया गया, जबकि कई अन्य ट्रेन के मार्ग को परिवर्तित किया गया या उनके गंतव्य स्थान से पहले ही रोक दिया गया है.’’ रेलवे ने कहा ,‘‘कुल 30 डिब्बों और इंजन को सुरक्षित रूप से हादसे वाली जगह से अलग कर दिया गया और इन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. 18 डिब्बे पूरी तरह जलकर खाक हो गए.’’