शिकंजे में अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े 2 नकबजन, राजस्थान व मध्यप्रदेश में 46 वारदातें कबूली
भीलवाड़ा बीएचएन। बिजौलियां पुलिस ने मध्यप्रदेश के नीमच जिले के दो शातिर नकबजनों को गिरफ्तार किया है। स्थायी वारंट के तहत पकड़े गये दोनों नकबजन अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े हैं। इन दोनों से पूछताछ में भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़ के साथ ही मध्यप्रदेश में नकबजनी की 46 वारदातें कबूली है। इन वारदातों को इन शातिरों ने अपने गिरोह के बाकी सदस्यों के साथ मिलकर अंजाम देना कबूल किया है।
दरअसल, जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कार्रवाई और आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए जिले के थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया। इसे लेकर एएसपी पारसमल जैन के निकटतम सुपरविजन में बिजौलियां पुलिस की टीम गठित की गई। टीम ने 25 दिसंबर को नाकाबंदी की गई। नाकाबंदी से गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति का फोटो मैच ऐप द्वारा किया जा रहा था। इस दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति का रायला थाने में दो प्रकरणों में स्थायी वारंटी होने का पता चला। उसके साथी ने उसे बचाने के लिए प्रयास किये। संज्ञेय अपराध कारित करने की आशंका के चलते उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, शाहपुरा जिलों के साथ ही मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में 46 वारदातों को अंजाम देना कबूल किया। पुलिस ने बताया कि पकड़े गये आरोपितों में मध्यप्रदेश के नीमच जिले के बरडिय़ा निवासी भगतराम पुत्र हरीराम व प्रद्युम उर्फ प्रद्युमन पुत्र रोडीलाल शामिल है। पुलिस ने बताया कि भगतराम के खिलाफ नीमच के मनासा थाने में प्रकरण संख्या 525/2021धारा 323,294,506,34 भादस व प्रद्युम उर्फ प्रद्युमन रायला जिला शाहपुरा के प्रकरण संख्या 80/20 व 83/20 धारा 457, 380 भादस मे वांछित हैं।
ये थे टीम में
बिजौलियां थाना प्रभारी लोकपाल सिंह के नेतृत्व में इस कार्रवाई को एएसआई नरेश कुमार, दीवान रामसिंह, कांस्टेबल प्रदीप, रमेश, पुष्पेंद्र, दिनेश, रणजीत, शिवपाल, श्रवण व राकेश ने अंजाम दिया।
गिरोह के पांच सदस्य ऐसे देते वारदात को अंजाम
आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि नकबजन गिरोह में 5 सदस्य जिनमें अक्षय गौड़ बांछड़ा, रविन जिला नीमच, शेरिया मांडल, प्रद्युम व भगतराम शामिल हैं। ये गिरोह अक्षय बाछडा के खेत पर योजना बना कर दो मोटरसाईकिलो पर सवार होकर सुने स्थानो पर या जंगल मे मोटरसाईकिल को खडी कर पैदल ही गांव/कस्बो मं जाते हैं। रात्रि मे सुने मकानो के ताले तोड़ते है। दिन में गांवो/कस्बो में घुमकर सुने मकान की रैकी करते है और चुराये गये सामान को अक्षय बाछडा द्वारा बेचकर मिले रूपयो को आपस मे बांट लेते है।
यहां की वारदातें
काचौली दो साल पहले, मांडल के पास 5-6 माह पहले, निम्बाहेड़ा 15 महिने पहले, शेजपुर मनासा 3 महीने पहले, अचलपुरा 5 महीने पहले , सुकडी खेडा 7-8 महीने पहले, साण्डिया मनासा 6 महीने पहले, सातिया खेडी मल्हारगढ के आगे 3 महीने के अन्तराल मे, लुम्बडी 3 महीने के अन्तराल मे,नीमच मे गोटवाली से पक्के मकान से, नलखेडी मनासा डेढ दो साल पहले, निम्बाहेडा और चित्तौड के बीच, गंगरार बडे बडे खुजरूहे लगे हुये गांव मे, नलखेडा मे पक्के मकान से , मनासा में पक्के मकान से, बेलाडी मनासा, गंगियाखेडी डेढ महीने पहले, हरड मनासा के पास 2 साल पहल, रायता मे हाईवे के पास 1 साल पहले, मागर-बरडिया से 4 किलोमीटर दुर 3 महीने पहले, देवरी -बरडिया से 7-8 किलोमीटर आगे पक्के मकान से 6-7 महीने पहले आसपुर, रूपावास,नया गांव नीमच, चित्तौडगढ पहले, राव जी की पिपलिया, उचेड मादवा माता के पास, रामसिहपुरा भादवा माता के पास, धर्मपुरा -बरडिया के पास, श्रवण महाराज, रेवली-देवली नीमच , आतरी माता कुकडेश्वर्र बडा बोरडिय, चितीखेडी नीमच से आगे, सोमिया मल्हारगढ के पास, बतेडी कुकडेश्वर, फतेहपुर झारडा के आगे मन्दसौर रोड़, कुकडेश्वर,सासरी मनासा के पास, भदवा कडी कुकडेश्वर के पास, माण्डलगढ भीलवाडा , भीलखेडा निम्बाहेडा के पास चितौडगढ, भाटखेडी, बडा पिपलिया मनासा, थडौली व रेशमपुरा -पिपली मंडी के पास। इन सभी वारदातों के दौरान बदमाशों ने मकानों को निशाना बनाकर नकदी व जेवरात आदि सामान चोरी किये।