जेल में दोस्ती, छूटे तो हैदराबाद में बैची आइस्क्रीम, गांव लौटे तो की एक ही दिन में लूट की 3 वारदात
भीलवाड़ा बीएचएन। दो थाना इलाकों में चंद घंटों में लूट की तीन वारदातों को अंजाम देने के बाद दो में से एक लुटेरा ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया, जिसे आसींद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। फरार आरोपित की सरगर्मी से पुलिस तलाश कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार की दोपहर करेड़ा थाने के मियाफलास गांव के बाहर खेत से लौट रहे 70 वर्षीय बालूराम सुथार से बाइक सवार दो लुटेरों ने मुरकियां झपट ली। इससे सुथार के कान कट गये। इसके बाद लुटेरों ने आसींद थाना इलाके में प्रवेश किया। जहां बगता का खेड़ा निवासी तुलसी पत्नी किशन कुमावत के गले से इन बदमाशों ने रामनामी और मांदलिया लूट लिये। तीसरी वारदात को बदमाशों ने पांडरू गांव में अंजाम दिया, जहां मिट्ठू पत्नी नारायण गुर्जर से ये बदमाश सोने की नथ लूटने पर सफल रहे। इस वारदात के बाद मिट्टू जब चीखी-चिल्लाई तो माइंस से लौट रहे उसके देवर ईश्वर पुत्र मांगीलाल गुर्जर ने चीख सुनी। उसने भागते लुटेरों की बाइक रोकने की कोशिश की। इसके चलते लुटेरों की बाइक फिसल गई। एक बदमाश को ईश्वर ने बाइक सहित पकड़ लिया, जबकि एक जंगल की ओर भाग गया। इसके बाद ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। पकड़े गये आरोपित ने खुद को भगतपुरिया (बागौर) निवासी रविंद्र सिंह उर्फ बजरंग सिंह पुत्र माधुसिंह राणावत बताया। रविंद्र ने अपने फरार साथी का नाम रतनपुरा करेड़ा निवासी ईश्वर उर्फ धीरज पुत्र उदा उर्फ उदयलाल गुर्जर बताया। उधर, लूट के बाद बदमाश के पकड़े जाने की सूचना पर आसींद पुलिस मौके पर पहुंची और रविंद्र सिंह को डिटेन कर थाने ले गई। वहीं मि_ू के साथ हुई लूट का केस दर्ज किया। पकड़े गये रविंद्र से पुलिस ने पूछताछ व तफ्तीश की। इसके बाद उसे मि_ू देवी से लूट के आरोप में गिरफ्तार कर वारदात में काम ली बाइक जब्त कर ली। फरार आरोपित ईश्वर उर्फ धीरज की तलाश में पुलिस की टीमें संभावित स्थानों पर भेजी गई है।
तीनों वारदातें कबूली
आसींद पुलिस का कहना है कि पकड़े गये आरोपित रविंद्र सिंह ने पुलिस पूछताछ में करेड़ा में बालुराम सुथार, बगता का खेड़ा में तुलसी कुमावत व पांडरू में मि_ू देवी गुर्जर के गहने लूटना कबूल कर लिया। आरोपित को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस आरोपित से अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ करेगी।
रविंद्र व ईश्वर की जेल में हुई दोस्ती
आरोपित रविंद्र ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया है कि उसकी ईश्वर उर्फ धीरज से दोस्ती जेल में बंद रहने के दौरान हुई थी। रविंद्र ने कबूल किया कि उसे कारोई थाना पुलिस ने गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था। वहीं ईश्वर भी किसी मामले में जेल में बंद था। रविंद्र ने कहा कि वह 18 महीने जेल में रहा था।
जेल से छूटकर पहुंचे हैदराबाद, बैची आईस्क्रीम
रविंद्र ने पुलिस से कहा कि वह जेल से छूटकर बाहर आया और ईश्वर उर्फ धीरज के साथ हैदराबाद चला गया। जहां दोनों ही आइस्क्रीम बैच रहे थे। 5 दिन पहले ही वे, हैदराबाद से अपने गांव लौटकर आये थे।
आईस्क्रीम लॉरी के लिए खरीदना था टेंपो, बन गये लुटेरे
रविंद्र ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि उन्हें हैदराबाद में आईस्क्रीम की लॉरी के लिए एक नये टेंपो की आवश्यकता है, लेकिन टेंपो के लिए उनके पास इतनी राशि नहीं है। ऐसे में दोनों ने मिलकर इस तरह की लूट की वारदातों को अंजाम देकर राशि जुटाना चाहते थे। इसी के चलते उन्होंने इन तीन वारदातों को एक ही दिन में अंजाम दिया।