गहलोत और पायलट ने किया माथुर दंपति की मूर्ति का अनावरण, अनावरण के तुरंत बाद गहलोत हुए रवाना
भीलवाड़ा (हलचल)। विजय सिंह पथिक नगर स्थित महिला आश्रम विद्यालय परिसर में बुधवार को असम के पूर्व राज्यपाल एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर और उनकी पत्नी सुशीला माथुर की मूर्ति का अनावरण किया गया।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट एक मंच पर नजर आए। कार्यक्रम में दोनों नेताओं की मौजूदगी ने कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल बना दिया।
मूर्ति अनावरण के बाद गहलोत ने संक्षिप्त रूप से लोगों से मुलाकात की और तुरंत कार्यक्रम स्थल से रवाना हो गए, जबकि सचिन पायलट पूरे कार्यक्रम में रुके उनका मांडलगढ़ जाने का भी कार्यक्रम है। कार्यक्रम में शहर के कई जनप्रतिनिधि, कांग्रेस पदाधिकारी और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। विभा माथुर और वंदना माथुर ने अतिथियों का स्वागत किया।
अब नेता कुर्सी छोड़ते नहीं”
भीलवाड़ा। राजस्थान की राजनीति में बुधवार को कांग्रेस के भीतर “पुराने बनाम नए दौर” पर सीधा निशाना साधा गया। सुशीला देवी माथुर गर्ल्स कॉलेज में आयोजित पूर्व मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर और उनकी पत्नी सुशीला देवी माथुर की मूर्ति अनावरण समारोह में पायलट खेमे के सांसदों ने बिना नाम लिए पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर तंज कसा।
कांग्रेस सांसद बृजेंद्र ओला ने मंच से कहा— “शिवचरण माथुर के समय में ही कांग्रेस सरकार रिपीट हुई थी। उसके बाद आज तक कांग्रेस दोबारा सत्ता में वापसी नहीं कर पाई। 1989 में जब कांग्रेस 25 में से 25 लोकसभा सीटें हार गई थी, तब शिवचरण माथुर ने नैतिकता के आधार पर सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।”
इसके बाद संबोधन में आए सांसद मुरारी मीणा ने भी ओला की बात का समर्थन करते हुए कहा— “तब के नेता छोटी सी गलती पर भी पद छोड़ देते थे। आजकल तो चाहे कितनी भी बड़ी बात हो जाए, कुर्सी से चिपके रहते हैं, छोड़ते नहीं हैं।”
हालांकि जब दोनों सांसदों ने यह बातें कहीं, तो मंच पर मौजूद कई नेता चुपचाप एक-दूसरे को देखने लगे। राजनीतिक हलकों में इसे पूर्व सीएम गहलोत पर अप्रत्यक्ष टिप्पणी माना जा रहा है।
