* भीलवाड़ा की सड़कों ने ली जनता की सांसें!”
* सीवरेज ने बिगाड़ा शहर का सिस्टम
* “विकास का दम घुटा भीलवाड़ा में, टूटी * सड़कों ने उड़ाई जनता की नींद!”
* लोगों का जीना हुआ मुहाल!”
भीलवाड़ा (हलचल)। वस्त्र नगरी के लोगों के कपड़े ही नहीं, अब उनकी सांसें भी प्रशासनिक लापरवाही की कीमत चुका रही हैं। शहर में सीवरेज कार्यों के नाम पर महीनों से खुदी पड़ी सड़कें, धूल के गुबार और टूटी गलियां लोगों का जीना दूभर कर रही हैं। जहां देखो वहीं धूल का तूफान उठता नजर आता है। सड़कों की दुर्दशा इस हद तक है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे सीवरेज प्रोजेक्ट का काम नियमों के विपरीत और बेहद सुस्त गति से चल रहा है। जिन इलाकों में पाइप लाइन डालने का काम पूरा हो चुका है, वहां सड़क मरम्मत सिर्फ खाना पूर्ति बनकर रह गई है। ऊंची-नीची सड़कों और अधूरी पैचिंग के कारण हादसों का खतरा बना हुआ है। बरसात में इन गड्ढों में पानी भर जाता है, और सूखने पर उड़ती मिट्टी-रेत लोगों की सांसों में घुल रही है।
गांधीनगर, जंभेश्वर नगर, पांसल रोड, 100 फीट मार्ग, चपरासी कॉलोनी, गायत्री नगर और हरणी महादेव रोड समेत शहर के अधिकांश इलाकों की स्थिति एक जैसी है। टू-व्हीलर चालकों को हर दिन धूल, रेत और गड्ढों से जूझना पड़ रहा है। तैयार होकर निकलने वाला व्यक्ति गंतव्य तक पहुंचते-पहुंचते धूल में लथपथ हो जाता है।
डॉक्टरों की चेतावनी:
स्थानीय चिकित्सकों का कहना है कि शहर की सड़कों से उठने वाली धूल और सीवरेज लाइन के खुले गड्ढे गंभीर स्वास्थ्य खतरा पैदा कर रहे हैं। धूल में मौजूद महीन कण फेफड़ों में जाकर एलर्जी, अस्थमा और सांस से जुड़ी बीमारियों को बढ़ा रहे हैं। बच्चों और बुजुर्गों पर इसका असर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है।
नगर निगम बना मूकदर्शक:
इन हालातों के बावजूद नगर निगम मूकदर्शक बना हुआ है। जिन जगहों पर सीवरेज का काम पूरा हो चुका है, वहां भी सड़क मरम्मत अधूरी है। नागरिकों का कहना है कि अधिकारी सिर्फ औपचारिक निरीक्षण कर लौट जाते हैं, लेकिन जमीनी सुधार कहीं नजर नहीं आता। अब जनता सवाल पूछ रही है — “सीवरेज पूरा हुआ, पर शहर का हाल कौन सुधारेगा?” उनकी नजर तो सिर्फ एक काम पर है और वह किसी से छिपा नहीं हे!
📸 सीवरेज कार्यों की जमीनी हकीकत
गांधीनगर मेन रोड: जगह-जगह खुदी सड़कें, पाइप डंप पड़े, गड्ढे खुले।
100 फीट मार्ग: सड़क टूटने से हादसों का खतरा बढ़ा।
पांसल रोड: धूल और कीचड़ से लोग परेशान। हादसे की आशंका
गायत्री नगर: मरम्मत के बाद सड़क ऊंची-नीची, पानी भरने की समस्या।
