शातिर: चित्तौड़ के युवक ने विजयनगर में की 5 करोड की ठगी, पुलिस ने महाराष्ट्र से पकड़ा, फर्जी सॉफ्टवेयर और ऐप को बनाया हथियार

Update: 2025-04-03 07:59 GMT
चित्तौड़ के युवक ने विजयनगर में की 5 करोड की ठगी, पुलिस ने महाराष्ट्र से पकड़ा, फर्जी सॉफ्टवेयर और ऐप को बनाया हथियार
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भीलवाड़ा(हलचल )चित्तौड़गढ़ जिले के एक युवक को फर्जी ऐप के जरिए करोड़ों रुपए की ठगी करने के मामले में विजयनगर पुलिस ने महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है आरोप है कि उसने अब तक 5 करोड रुपए से अधिक की धोखाधड़ी की है।

साइबर सेल और बिजयनगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में फर्जी सॉफ्टवेयर और मोबाइल एप के जरिए करोड़ों की ठगी करने वाले आरोपी नगजीराम रेगर, निवासी पारसौली, जिला चित्तौड़गढ़ को नागपुर (महाराष्ट्र) से डिटेन कर पकड़ा गया।

ऐसे की ठगी

बिजयनगर थानाधिकारी करण सिंह खंगारोत ने बताया कि नगजीराम और उसके साथियों ने एक फर्जी सॉफ्टवेयर और मोबाइल एप तैयार किया था। इस एप के जरिए वह लोगों को पैसे निवेश करने और चेन सिस्टम से जुड़ने का लालच देता था। इस योजना में निवेश करने पर लोगों को हर दिन जमा धन का 1% लाभ देने का वादा किया जाता था। कई लोग इस लालच में आ गए और करोड़ों रुपये निवेश कर दिए। लेकिन जब उन्हें रिटर्न मिलना बंद हो गया, तब इस ठगी का खुलासा हुआ ।


5 करोड़ की ठगी

बिजयनगर थानाधिकारी करण सिंह खंगारोत ने बताया कि यह मामला 16 जुलाई 2024 को सामने आया, जब भैरूलाल जाट, निवासी ग्राम बाड़ी, बिजयनगर, ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई। भैरूलाल ने बताया कि नगजीराम रेगर, सुशीला उर्फ सीता, हिमांशु और मयंक भट्ट ने मिलकर एक फर्जी सॉफ्टवेयर और मोबाइल एप बनाया। उन्होंने भैरूलाल और उनके जानकारों को इस योजना में पैसे लगाने के लिए प्रेरित किया और करीब 5 करोड़ रुपये ठग लिए। पैसे निवेश करने वालों को शुरू में कुछ लाभ दिया गया ताकि वे और अधिक निवेश करें और अपने परिचितों को भी जोड़ें। लेकिन जैसे ही निवेश की राशि अधिक हो गई, आरोपी पैसा लेकर फरार हो गए।

अन्य आरोपियों की तलाश

पुलिस अब इस ठगी से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। साथ ही, फर्जी सॉफ्टवेयर और मोबाइल ऐप से जुड़े डिजिटल साक्ष्यों की भी जांच की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि इस गिरोह ने अन्य राज्यों में भी लोगों को ठगा हो सकता है।

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