तीन दिन पहले दी रिपोर्ट दर्ज नहीं की, परिवादी को थाने बुलाकर किया अभद्रभाषा का प्रयोग, फूटा गुस्सा, प्रताप नगर थाने का घेराव, किया प्रदर्शन
भीलवाड़ा बीएचएन। होली के त्यौंहार पर मोखमपुरा में मृत गौवंश की कटी गर्दन फैंकने को लेकर तीन दिन पहले दी गई रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय परिवादी को थाने बुलाकर उसके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने से गुस्साये सकल हिंदु समाज ने युवाओं के साथ सोमवार को प्रताप नगर थाने का घेराव कर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। फिल्हाल पुलिस अधिकारी मामले में समझाइश कर रहे हैं।
हिंदु संगठन से जुड़े विजय ओझा ने कहा कि होली के एक दिन पहले सोची समझी साजिश के तहत हिंदुओं के त्योंहार को बिगाडऩे के लिए प्रतापनगर थाना क्षेत्र में फैंके गये मृत गौवंश की धारदार हथियार से गर्दन कटी मिली। इसे लेकर हमने तीन दिन पहले प्रताप नगर में रिपोर्ट दी। परिवादी द्वारा दी गई एफआईआर आज दिन तक दर्ज नहीं हुई। ओझा ने कहा कि उल्टा शाम 5 बजे परिवादी को बुलाया गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बजाय उसके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इसे लेकर आज थाने पर सकल हिंदु समाज और युवा एकत्रित हुये हैं। ओझा ने कहा कि पुलिस ने जो जांच की, उससे हम संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने जो एफआईआर दी वह नामजद दी है। यह एफआईआर दर्ज हो, हमारी ये ही मांग है।
ओझा ने कहा कि प्रशासन का हमेशा ही रवैया रहा है कि पूर्व में जब जन्माष्टमी का त्यौंहार था, तब गाय की पूंछ काटकर मंदिर में रखी गई। तब रिजल्ट आने से पहले ही हिंदु समाज जनमानस ने पूर्व ही रिजल्ट निकाल दिया कि इस मामले में कोई पागल लिप्त आयेगा। मोखमपुरा में जो घटना हुई है उसमें भी जनमानस का कहना है कि आने वाले समय में इस वारदात में आरी वाला कुत्ता सामने आयेगा। ओझा ने कहा कि प्रशासन ऐसे मामलों को पूर्ण संज्ञान और सक्रियता से ्रलें, ताकि बार-बार जो हिंदुओं के त्यौंहार को टारगेट किया जा रहा है वो न हो।
उधर, इससे पहले सोमवार शाम सकल हिंदु समाज और युवा प्रताप नगर थाने पहुंचे और घेराव कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही धरने पर बैठकर सुंदरकांड का पाठ भी किया। बाद में पुलिस अधिकारियों ने समझाइश शुरु की, जो अभी जारी है।