पाकिस्तान को दी सख्त चेतावनी: चैन की रोटी खाओ, वरना हमारी गोली तो है,’ पीएम मोदी

भुज को 53,400 करोड़ रुपये से अधिक का तोहफा देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को भी संबोधित किया. पीएम ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी देते हुए कहा, “सुख चैन की जिंदगी जियो, रोटी खाओ, वरना मेरी गोली तो है ही.” उन्होंने आगे कहा, “पाकिस्तान के लोगों को अपने देश को आतंकवाद से मुक्ति दिलाने के लिए आगे आने की जरूरत है. उनके युवाओं को आगे आना होगा.”
पाकिस्तान जैसा देश आतंकवाद को पर्यटन समझता है : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत पर्यटन में विश्वास करता है. पर्यटन लोगों को एक साथ लाता है. लेकिन पाकिस्तान जैसा देश आतंकवाद को पर्यटन समझता है. यह दुनिया के लिए एक बड़ा खतरा है.”
जो भी खून बहाने की कोशिश करेगा, उसे उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति जीरो टॉलरेंस की है। ऑपरेशन सिंदूर ने हमारी नीति को बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है। जो भी भारतीयों का खून बहाने की कोशिश करेगा, उसे उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा. भारत पर आंख उठाने वाले, किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे. ऑपरेशन सिंदूर मानवता को बचाने और आतंकवाद को खत्म करने का मिशन है. 22 मई के बाद, मैंने कभी छुपाया नहीं, सीना तानकर मैंने बिहार की जनसभा में कहा था, आतंकवादियों के ठिकानों को मिट्टी में मिला दूंगा. हमने 15 दिनों तक इंतजार किया कि क्या पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ कोई कदम उठाएगा, लेकिन शायद आतंकवाद ही उनकी रोजी-रोटी है. जब उन्होंने कुछ नहीं किया, तो मैंने अपने सशस्त्र बलों को खुली छूट दे दी.” भारत के टारगेट पर आतंकवादियों के ठिकाने थे. सैकड़ों किलोमीटर अंदर जाकर तबाह कर दिया. ये दिखाती है कि हमारी सेना कितनी सक्षम और अनुशासन है.
कच्छ से मेरा रिश्ता पुराना : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कच्छ से मेरा रिश्ता पुराना रहा है…कच्छ के लोग और उनका आत्मविश्वास हमेशा मेरा मार्गदर्शक रहा है…जब पहली बार नर्मदा का पानी कच्छ पहुंचा, तो वह दिन कच्छ के लिए दिवाली से कम नहीं था, और यह एक अभूतपूर्व उत्सव था…सौभाग्य से आप सभी ने मुझे इसका कारण बनने का मौका दिया.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज यहां 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है. एक समय था जब पूरे गुजरात में इतनी बड़ी परियोजना की घोषणा नहीं होती थी, और अब एक जिले को इतने बड़े विकास कार्य का लाभ मिलेगा. यह परियोजना भारत को दुनिया की नीली अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करेगी, और साथ ही हरित ऊर्जा का केंद्र भी बनाएगी. मैं आप सभी को बधाई देता हूं.”