पन्द्रह साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा महावीरदास- लूट का है आरोप, दस हजार रुपये का घोषित था ईनाम

Update: 2025-06-29 14:19 GMT

 भीलवाड़ा बीएचएन। लूट के एक मामले में 15 साल से फरार वांछित आरोपित महावीरदास को सदर थाना पुलिस और जिला स्पेशल टीम ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपित पर दस हजार रुपये का ईनाम भी घोषित था।

सदर थाना प्रभारी कैलाशकुमार विश्नौई ने बताया कि 18 फरवरी 2010 कों आजाद नगर निवासी जगदीश प्रसाद पुत्र रामस्वरूप पारीक ने शाम करीब 07.30 बजे हुई लूट की रिपोर्ट दी। पारीक ने बताया कि लुटेरों की संख्या दो थी और वे बाइक से आये थे। इस इस रिपोर्ट पर पुलिस ने केस दर्ज कर दौलतगढ़ निवासी राजू उर्फ राजमल पुत्र जगदीश खटीक को 25 फरवरी 2010 को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया था। जबकि इसका साथी आरोपी धोडज़ी का खेड़ा रघुनाथपुरा निवासी महावीर दास 35 पुत्र श्यामदास वैष्णव की तलाश की जा रही थी। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। पुलिस ने मुखबिर लगाये और आरोपित की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का ईनाम घोषित करवाया था। यह आरोपित 15 साल बाद अब पकड़ा गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

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