परिषद में किए जाने वाला कार्य आत्म संतुष्टि प्रदान करता है - शर्मा
भीलवाड़ा। भारत विकास परिषद उत्तर पश्चिम रीजन के रीजनल एवं प्रांतीय दायित्वधारीयों की बैठक क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉक्टर त्रिभुवन शर्मा की अध्यक्षता में आहूत की गई। अध्यक्ष उद्बोधन में डॉक्टर त्रिभुवन शर्मा ने कहा कि परिषद का प्रत्येक कार्यकर्ता पूरे समर्पण भाव से सेवा एवं संस्कार के कार्य को बहुत अच्छे तरीके से पूरा कर रहे हैं। उन्होंने संगठन विस्तार एवं संपर्क के विषय पर जो चर्चा बैठक में हुई उसे पर अमल करने और कार्य को गति प्रदान करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया। व्यापार में व्यक्ति तन से कार्य करता है जबकि परिषद में व्यक्ति मन से कार्य करता है इसलिए परिषद में किए जाने वाला कार्य आत्म संतुष्टि प्रदान करता है। उन्होंने प्रांत एवं शाखाओं की वित्तीय पारदर्शिता एवं समय पर कंप्लायंस के महत्व की बात सदन के समक्ष रखी और आग्रह किया कि सभी अनिवार्य कार्यों के साथ-साथ वित्तीय कार्य को भी अति आवश्यक समझते हुए समय को पूरा करें। उन्होंने सभी दायित्वधारीयों को आपस में समन्वय के साथ कार्य को प्रभावशाली बनाने का आग्रह किया। रीजनल महासचिव ने कहा कि उत्तर प्रांत के दायित्वधारीयों ने शाखाओं में प्रवास कर सक्रियता को बढ़ानेजैसे विशेष कार्य अप्रैल से जुलाई माह तक किए । सभी कार्यकर्ताओं के सक्रिय योगदान एवं आपसी समन्वय से वांछित परिणाम मिले। क्षेत्रीय वित्त सचिव राकेश गुप्ता ने कहा कि सभी शाखाएं प्रांत के माध्यम से बैलेंस शीट 15 सितंबर तक रीजनल को भेजे। रीजन में नई शाखाओं के खुलने, नई शाखाओं के संभावित स्थान, सदस्यता संख्या और लक्ष्य के अनुरूप सदस्यता हेतु कार्य योजना विषय पर रीजन के तीनों संयुक्त महासचिव ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। विनोद जी आढा ने राजस्थान उत्तर, पश्चिमी एवं मध्य प्रांत, कमल सुरेखा ने दक्षिण पूर्व एवं दक्षिण प्रांत की और डॉक्टर शिवदयाल मंगल ने उत्तर पूर्व एवं पूर्व प्रांत की रिपोर्ट सदन के समक्ष रखी। बैठक में प्रत्येक प्रांत के अध्यक्ष, महासचिव एवं संगठन सचिव से व्यक्तिगत चर्चा करते हुए अगले दो माह के लिए शाखा एवं सदस्यता विस्तार के लक्ष्य निर्धारित किए गए। संपर्क सचिव संजीव भारद्वाज और दिनेश गर्ग ने संपर्क के कार्य की विस्तृत रिपोर्ट सदन के समक्ष रखी और कहा कि संपर्क की सूची जल्द से जल्द तैयार करके संयुक्त महासचिव के माध्यम से रीजन को प्रेषित करें, जिससे केंद्रीय कार्यालय को भेजा जा सके। शाखा एवं प्रांत स्तरीय कार्यक्रमों में प्रतिष्ठित व्यक्तियों को आमंत्रित कर संपर्क के कार्य को अगले चरण तक बढ़ाया जाए और इसकी भी सूचना व रिपोर्ट रीजन व केंद्रीय कार्यालय को भेजा जाए। चयनित महानगरों में संपर्क के कार्य को संपर्क की टीम के साथ मिलकर और अधिक विस्तृत करने पर विचार विमर्श किया गया। सूचना एवं रिपोर्टिंग प्रोटोकॉल विषय पर रीजनल महासचिव ने रीजनल एवं प्रांतीय संगठन ढांचे की बात रखी और कहा कि संयुक्त सचिव, प्रांतीय उपाध्यक्ष और महासचिव समन्वय करते हुए शाखओं से कार्य की रिपोर्ट लेकर रीजन को प्रेषित करें । रीजनल संयुक्त महासचिव, रीजनल सचिव सेवा, संस्कार, संपर्क, महिला सहभागिता व पर्यावरण की पूरी टीम प्रांतीय दायित्वधारियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य को गति प्रदान करें। अंत में क्षेत्रीय संयुक्त सचिव कमल सुरेखा ने बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों का आभार एवं धन्यवाद् ज्ञापित किया। बैठक में रीजनल महासचिव, रीजनल वित्तसचिव, संयुक्त महासचिव, रीजनल सचिव बंधुवर और रीजन के सभी प्रांत से प्रांतीय अध्यक्ष, उपाध्यक्ष संस्कार, उपाध्यक्ष सेवा, संपर्क प्रमुख, महासचिव, वित्तसचिव, संगठन सचिव, महिला संयोजिका और पर्यावरण प्रमुख सहित 63 सदस्यों की सहभागिता रही।