मैथी उत्पादन द्वारा बढ़ाये आमदनी-डॉ. यादव

By :  vijay
Update: 2024-10-22 10:17 GMT

भीलवाड़ा कृषि विज्ञान केन्द्र भीलवाड़ा पर अनुसंधान निदेशालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर द्वारा प्रायोजित बागवानी के एकीकृत विकास के लिए मिशन, सुपारी एवं मसाला अनुसंधान निदेशालय कालीकट केरल योजनान्तर्गत मैथी की उन्नत किस्म पीआरएम 45 के 10 किसानों को प्रदर्शन दिए गये। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. सी. एम. यादव ने बताया कि मैथी उत्पादन तकनीकी का प्रशिक्षण एवं प्रथम पंक्ति प्रदर्शन में प्रति किसान को आदान उपलब्ध करवाया गया है। डॉ. के. सी. नागर, प्रोफेसर शस्य विज्ञान ने मैथी की बुवाई हेतु खेत की तैयारी, बीजोपचार, खरपतवार एवं सिंचाई प्रबन्धन की तकनीकी से अवगत करवाते हुए सुरक्षित भण्ड़ारण की तकनीकी से अवगत करवाया।

परियोजना प्रभारी डॉ. अभय दशोरा ने बताया कि मैथी एक मसाला एवं औषधीय फसल है जो आमदनी बढ़ाने के साथ ही मनुष्य के स्वास्थ्य में भी उपयोगी है। सह परियोजना प्रभारी डॉ. बी. जी. छीपा ने मसाला उत्पादन की वैज्ञानिक तकनीक से अवगत करवाते हुए बताया कि यह फसल बहु उपयोगी है तथा प्रथम पंक्ति प्रदर्शन द्वारा उत्पादित बीज को अगले रबी मौसम मे बुवाई हेतु किसानों को बीज के भाव में बेचान किया जाकर अच्छी आमदनी प्राप्त की जा सकती है। तकनीकी सहायक अनिता यादव ने बताया कि मसाला फसलों के उत्पादन द्वारा किसान भाई लागत की अपेक्षा अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते है। वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता संजय कुमार ने किसानों का पंजीयन किया।

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