भगवान विष्णु के दशावतारों की कुचिपुड़ी में जीवन्त प्रस्तुति

Update: 2024-11-21 11:58 GMT

भीलवाड़ा । स्पिक मैके (सोसायटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इण्डियन क्लासिकल म्यूजिक एण्ड कल्चरल एमगंस्ट यूथ) एवं संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से जिले के सरकारी विद्यालयों में चल रहे वर्कशॉप डेमोस्ट्रेशन के चौथे दिन आज दिनांक 21.11.2024 को विश्व प्रसिद्ध कुचिपुड़ी नृत्यागंना हिमांसी कतरगड़ा की प्रथम प्रस्तुति 10.30 बजे रा.बा.उ.मा.वि. स्वरूपगंज एवं द्वितीय प्रस्तुति 12.30 बजे रा.उ.मा.वि. मंडपिया मंे हुई।

जानकारी देते हुए नेशनल एक्ज्युकेटिव कैलाश पालिया ने बताया कि हिमांसी कतरगड़ा ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत गणेश वंदना से करते हुये गणेश स्तुति की महता समझाई, उसके बाद हमारे चारों वेदों की व्याख्या करते हुये भगवान विष्णु, ब्रह्मा, महेश के बारे में बताते हुये कहा कि वैज्ञानिक तरह से सृष्टि को चलाने एवं बुराई (राक्षसों) का अन्त करने के लिये भगवान विष्णु के 10 अवतारों में मत्सय, कुर्म, वराह, नृसिंह, बलराम, वामन, बुद्ध, परशुराम, कलकी, राम आदि अवतारों की कुचिपुड़ी में जीवन्त प्रस्तुति ने दर्शकांे को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंत में दोनों विद्यालयों के संस्था प्रधान ने आभार व्यक्त किया।

कलाकार कोर्डिनेटर अनु प्रजापत के अनुसार कल दिनांक 22 नवम्बर 2024 को हिमांसी की प्रथम प्रस्तुति प्रातः 10 बजे महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय (अंग्रेजी माध्यम) बरड़ोद एवं द्वितीय प्रस्तुति 12.00 बजे रा.उ.मा.वि. बरड़ोद में होगी।

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