बेरां (भैरूलाल गुर्जर)। बनेड़ा उपखंड क्षेत्र के सुजस ग्लोबल स्कूल, कमालपुरा में राजस्थान शिक्षक संघ (अंबेडकर) का दो दिवसीय जिला स्तरीय शैक्षिक अधिवेशन संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रधान प्रतिनिधि विजेंद्र पाल सिंह थे, जबकि अध्यक्षता बनेड़ा सीबीईओ महेश कुमार शर्मा ने की। जिले के समस्त ब्लॉकों से सौ से अधिक शिक्षकों ने इस अधिवेशन में भाग लिया।
अधिवेशन में शैक्षिक नवाचारों, नई शिक्षा नीति और शैक्षणिक गुणवत्ता जैसे विषयों पर शिक्षकों ने अपने विचार साझा किए। प्रधान विजेंद्र पाल सिंह ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए शिक्षकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। अध्यक्ष महेश चंद्र शर्मा ने शिक्षकों को शैक्षणिक गुणवत्ता सुदृढ़ बनाने हेतु प्रेरित किया।
जिला अध्यक्ष रामेश्वर लाल मेघवंशी ने अधिवेशन में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं को उठाया। उन्होंने शिक्षण कार्य के अतिरिक्त अन्य कार्यों में शिक्षकों की व्यस्तता, सभी संवर्गों के अध्यापकों की डीपीसी, स्थानांतरण नीति, जर्जर भवनों में दुर्घटनाओं के लिए शिक्षकों को दोषी ठहराने जैसे मुद्दों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने रोस्टर रजिस्टर के अनुसार बैकलॉग को विशेष भर्ती के जरिए भरने, अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी व अल्पसंख्यक विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति बढ़ाने जैसी मांगों का एक मांग पत्र सरकार को सौंपा।
प्रदेश उपाध्यक्ष राजमल रैगर ने संगठन की मजबूती और शैक्षणिक कार्यों में आने वाली समस्याओं के समाधान पर अपने विचार रखे। मुख्य सलाहकार नारायण लाल रैगर ने अधिवेशन में शत प्रतिशत भागीदारी और नारी शक्ति की भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल दिया।
इस अवसर पर जिला स्तर पर सम्मानित शिक्षकों किशन लाल खटीक, मोहम्मद शाबीर रंगरेज, महेश कुमार कोली को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही सेवानिवृत्त शिक्षक भोजाराम मेघवंशी को भी सम्मानित किया गया।
सभी ब्लॉक अध्यक्षों ने अपने-अपने ब्लॉक की समस्याओं को अधिवेशन में रखा और संगठन को मजबूत बनाने पर विचार रखे। प्रदेश पर्यवेक्षक प्रभारी राजमल रैगर ने सभी ब्लॉकों को कार्यकारिणी गठन व सदस्यता अभियान को लेकर जागरूक किया।
अधिवेशन में शामिल अतिथियों का स्वागत रामेश्वर लाल मेघवंशी, नारायण लाल रैगर, नाथू लाल सालवी, राजमल रैगर, अनिल कुमार लोट, सत्यनारायण खटीक, सांवर मल रैगर, किशन लाल खटीक, भोजाराम मेघवंशी, शाबीर मोहम्मद रंगरेज, जगदीश चंद्र जीनगर, बरदा लाल रैगर, छीतर लाल रैगर, छोटू लाल, सोजी राम बैरवा, नंद लाल सालवी और चन्द्रा लाल रैगर द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन संदीप कुमार लोढ़तिया ने किया।
