राज्य स्तरीय ताईक्वांडो प्रतियोगिता में पक्षपातपूर्ण निर्णय पर मचा बवाल, प्रतिभावान खिलाड़ी के साथ अन्याय का आरोप

Update: 2025-10-04 11:16 GMT

भीलवाड़ा (प्रहलाद तेली)। राजस्थान के जयपुर जिले के शाहपुरा स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में 30 अगस्त से 06 अक्टूबर 2025 तक आयोजित 69वीं राज्य स्तरीय ताईक्वांडो प्रतियोगिता में नियमों की अनदेखी और पक्षपातपूर्ण निर्णय को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।

प्रतियोगिता के दौरान 01 अक्टूबर को 17 वर्ष आयु वर्ग के अंतर्गत अंडर 78 किलोग्राम श्रेणी में भीलवाड़ा जिले के खिलाड़ी कुशाल सिंह शक्तावत और जयपुर जिले के हार्दिक ज्ञानानी के बीच मुकाबला हुआ। आरोप है कि इस स्पर्धा में निर्णायक मंडल और रेफरी द्वारा नियमों को दरकिनार करते हुए जानबूझकर पक्षपातपूर्ण निर्णय लिया गया तथा हार्दिक ज्ञानानी को विजेता घोषित कर दिया गया।

कोच के माध्यम से आपत्ति दर्ज कराने के बावजूद निर्णायक मंडल ने प्रतियोगिता को नहीं रोका और स्थानीय संयोजक महोदय को प्रार्थना पत्र देने की बात कहकर जिम्मेदारी से बचते नजर आए। आरोप यह भी है कि विरोध के बावजूद हार्दिक ज्ञानानी की आगे की प्रतिस्पर्धा शीघ्रता से करवा दी गई, जबकि कुशाल सिंह शक्तावत विद्यालय परिसर में न्याय के लिए भटकते रहे, परन्तु उनकी किसी ने सुनवाई नहीं की।

बाद में टीम प्रभारी, अभिभावक और अन्य सदस्यों के प्रयासों से जबरदस्त कोशिश के बाद एक प्रार्थना पत्र स्वीकार किया गया, परन्तु उस पर कार्यालय की मोहर नहीं लगाई गई और केवल हस्ताक्षर कर औपचारिकता निभाई गई, जिससे पक्षपात और लापरवाही के स्पष्ट संकेत मिलते हैं।

प्रतिभावान खिलाड़ी कुशाल सिंह शक्तावत पूर्व में 68वीं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता सहित विभिन्न ओपन प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुका है और राज्य का नाम रोशन कर चुका है। प्रार्थना पत्र में अपील की गई है कि खिलाड़ी को राज्य स्तरीय कैम्प हेतु नामित किया जाए ताकि उसे अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल सके।

प्रतियोगिता में अन्य टीमों द्वारा भी धांधली और नियमों की अनदेखी की शिकायतें सामने आई हैं। बताया गया कि 02 अक्टूबर को हालात इतने बिगड़े कि विद्यालय प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी। 

प्रार्थना पत्र में  निदेशक माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर से मांग की गई है कि इस मामले में त्वरित संज्ञान लेकर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए और प्रतियोगिता में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए ताकि खिलाड़ियों के मन में सरकारी तंत्र के प्रति विश्वास बना रह सके।

Tags:    

Similar News