भीलवाड़ा जिले के सुवाणा ग्राम साथियों के सहयोग से बाल विवाह मुक्त अभियान और महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा की रोकथाम को लेकर जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई। महिला अधिकारिता उपनिदेशक नगेंद्र कुमार तोलंबिया के निर्देशानुसार आयोजित इस कार्यक्रम में महिलाओं, बालिकाओं और ग्रामीणों को जागरूक किया गया।
कार्यशाला में सुपरवाइजर मीनल विजयवर्गीय ने लिंग आधारित हिंसा के विभिन्न रूपों — शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक हिंसा — पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने समझाया कि ऐसी हिंसा के गंभीर दुष्परिणाम महिलाओं और बालिकाओं के जीवन पर किस प्रकार प्रभाव डालते हैं और अधिकारों को जानकर महिलाएं समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती हैं।
जेंडर स्पेशलिस्ट विजेता कंवर ने बाल विवाह जैसी कुरीति पर प्रकाश डालते हुए बालक-बालिकाओं पर इसके शारीरिक और मानसिक दुष्प्रभावों को बताया। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों को बाल विवाह रोकने की शपथ दिलाई और समाज में जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।
कार्यशाला के दौरान पॉक्सो अधिनियम 2012 के महत्वपूर्ण प्रावधानों की भी जानकारी दी गई, ताकि सहभागी बच्चों की सुरक्षा से जुड़े कानूनी अधिकारों को समझ सकें।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति सशक्त बनाना तथा समाज को बाल विवाह और लिंग आधारित हिंसा से मुक्त करने की दिशा में सामूहिक जागरूकता विकसित करना।
