रत्नाकर ग्रुप में करोड़ो की टेक्स चोरी पकड़ी ,20 करोड़ की पेनल्टी जमा कराने से टली गिरफ्तारी

Update: 2025-08-22 17:36 GMT

भीलवाड़ा। जयपुर जोनल डायरेक्टोरेट जनरल जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने गुरुवार को शहर के  रत्नाकर ग्रुप पर बड़ी रेड मारी। जांच में अब तक 29 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी सामने आई है। हालांकि, बिजनेसमैन शंकर जाट द्वारा मौके पर 20 करोड़ रुपए जमा कराने से गिरफ्तारी टल गई।

सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों ने कंपनी पर 28.70 करोड़ रुपए टैक्स बकाया का खुलासा किया। दबाव बढ़ने पर मालिक शंकर लाल चौधरी ने तुरंत 20 करोड़ रुपए पेनल्टी के रूप में जमा कराए। नियमों के मुताबिक, यदि 18 करोड़ रुपए तत्काल न जमा कराए जाते तो गिरफ्तारी तय थी। अब बकाया राशि 6 महीने में जमा कराई जाएगी।

जांच में सामने आया कि रत्नाकर ग्रुप ने फर्जी चालानों और बोगस बिलिंग के जरिए करोड़ों का घोटाला किया। वास्तविक माल आपूर्ति को छिपाकर फर्जी बिलों से माल परिवहन कर टैक्स चोरी की गई। यही नहीं, कंपनी ने महावीर ट्रेडिंग कंपनी से भी फर्जी बिलिंग और गुप्त क्लियरेंस सेवाएं लीं।

गौरतलब है कि महावीर ट्रेडिंग सिंडिकेट पर पहले ही 706 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का मामला उजागर हो चुका है, जिसमें 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। जांच एजेंसियों को शक है कि इस फर्जीवाड़े का नेटवर्क राजस्थान के कई जिलों में फैला हुआ है।

दो दिन चली DGGI की छापेमारी

28.70 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा

20 करोड़ रुपए की मौके पर वसूली

चार ठिकानों से दस्तावेज, फोन और कंप्यूटर जब्त

👉 फिलहाल शंकर जाट की गिरफ्तारी टल गई है, लेकिन जांच एजेंसियों ने साफ संकेत दिए हैं कि जांच का दायरा और बढ़ेगा तथा अन्य कारोबारी भी जल्द शिकंजे में आ सकते हैं।



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