शारदीय नवरात्र 2025:: महाष्टमी 30 को और महानवमी1को : आज भी माता कुष्मांडा की पूजा
भीलवाड़ा,: आज शारदीय नवरात्र का पांचवां दिन है, और चतुर्थी तिथि आज भी विद्यमान है। पूरे नौ साल बाद चतुर्थी तिथि दो दिन पड़ रही है, जिसके कारण माता के चौथे स्वरूप, कुष्मांडा देवी की पूजा आज और कल की जाएगी। आज शुक्रवार को विशाखा नक्षत्र, रवियोग, और सर्वार्थ सिद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है। यह संयोग माता कुष्मांडा की उपासना को और भी फलदायी बनाता है।
माता कुष्मांडा की पूजा से आधि-व्याधियों से मुक्ति, सुख-समृद्धि, और उन्नति प्राप्त होती है। भक्तों के लिए यह समय लौकिक और परलौकिक उन्नति की कामना के लिए विशेष रूप से उत्तम माना जाता है।
महाष्टमी और महानवमी: शुभ तिथियां और अनुष्ठान
ज्योतिषी श्री विक्रम सोनी के अनुसार, शारदीय नवरात्र के अंतर्गत 30 सितंबर 2025 (मंगलवार) को महाष्टमी और 1 अक्टूबर 2025 (बुधवार) को महानवमी का व्रत रखा जाएगा। महानवमी के दिन भक्त संधि पूजा, श्रृंगार पूजा, संकल्पित पाठ का समापन, हवन, पुष्पांजलि, और कन्या पूजन जैसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान करेंगे।
इस दिन माता को पुष्पों से भव्य श्रृंगार, वस्त्र-उपवस्त्र, इत्र, श्रृंगार सामग्री, और आभूषण अर्पित किए जाएंगे। साथ ही, विभिन्न व्यंजनों, मिष्ठान्न, ऋतुफल, और मेवा का प्रसाद भोग के रूप में चढ़ाया जाएगा। इन अनुष्ठानों के बाद महाआरती के साथ पूजा संपन्न होगी।
भक्तों के लिए सलाह
ज्योतिषियों का मानना है कि इस नवरात्र में माता कुष्मांडा की पूजा और महाष्टमी-महानवमी के अनुष्ठान करने से भक्तों को विशेष कृपा प्राप्त होगी। भीलवाड़ा के मंदिरों और घरों में इस समय भक्ति का माहौल बना हुआ है। भक्तों से अनुरोध है कि वे पूजा के शुभ मुहूर्त का पालन करें और माता के प्रति अपनी श्रद्धा को पूर्ण निष्ठा के साथ व्यक्त करें।
