डॉक्टर्स ने सरकार को सदबुद्धि देने के लिए किया यज्ञ
भीलवाड़ा। राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी के अन्तर्गत संचालित प्रदेश के 17 मेडिकल कॉलेजों के चिकित्सक राज्य सेवा नियम सभी चिकित्सक शिक्षकों पर लागू करने की मांग को लेकर चौथे दिन गुरुवार को भी हड़ताल पर रहे। भीलवाड़ा में आरवीआरएस मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक शिक्षकों ने सरकार की सदबुद्धि के लिए एमजीएच के बाहर यज्ञ किया। पडिंत के मंत्रोच्चार के बीच चिकित्सकों ने बारी-बारी से यज्ञ में आहुतियां दी। उधर चौथे दिन डॉक्टर की हड़ताल को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने समर्थन दिया। एसोसिएशन के प्रदेश पदाधिकारी डॉ. दुष्यंत शर्मा व डॉ. फरियाद मोह्मद सहित अन्य डॉक्टर्स धरना स्थल पहुंचे और चिकित्सको को संबोधित किया।
प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ.दुष्यंत शर्मा ने कहा कि सरकार यह सोच रही है की सारे डॉक्टर अलग- अलग है। सरकार ऐसा कदापि नहीं सोचे। हम सब एक है। मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों की आरएसआर केडर सहित जायज मांगों को सरकार तत्काल मानकर राहत दे। ऐसा नहीं होने पर चिकित्सक आरटीएच की तरह उग्र आंदोलन करेगी। प्रदेश सचिव डॉ. फरियाद मोह्मद ने कहा कि सरकार ने हड़ताल के बाद मेडिकल कॉलेज के कुछ चिकित्सकों का स्थानांतरण किया है जो गलत है। यह कार्रवाई दमनात्मक है। इसके लिए मांगे नहीं मानने पर आंदोलन किया जाएगा। मेडिकल ज्यूरिष्ट डॉ. चेतन जैन ने बताया कि हाल ही में सरकार ने छह शिक्षक चिकित्सकों का स्थानांतरण किया है वह ऐसे विभागों से किया है जहां स्वीकृत का आधा स्टॉफ भी नहीं है। ऐसे में बच्चों का शिक्षण कार्य बाधित होगा। सरकार किराणें की दूकान की तरह मेडिकल कॉलेज खोल रही है। फॉर्मालोजी में 150 स्टूडेंट पर केवल एक डॉक्टर है बावजूद इसके सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। सरकार नए डॉक्टर लाने के बजाय जो है उनको इधर उधर कर रही है।
ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. लीना जैन ने कहा कि हड़ताल का आज चौथा दिन है। मांगे पूरी करने को लेकर लिखित मेें हायर ऑथोरिटी व सरकार से कोई आदेश नहीं मिला। एनएमसी इंस्पेशन के लिए भी भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज से कुछ डॉक्टरों का स्थानान्तरण किया गया है जो गलत है।