ट्रेड यूनियन ने दी चेतावनी: श्रमिकों की समस्याओं का एक सितंबर तक समाधान नहीं हुआ तो होगा बड़ा आंदोलन
भीलवाड़ा बीएचएन । टेक्सटाइल, खनिज, पल्लेदार व असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की समस्याओं को लेकर सभी ट्रेड यूनियनों इंटक, एटक व सीटू ने राष्ट्रीय आह्वान के तहत कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर राष्टपति व मुख्यमंत्री के नाम एडीएम वंदना खोरवाल को ज्ञापन सौंपा। ट्रेड यूनियन ने चेतावनी दी कि अगर एक सितंबर तक उनकी मांगे नहीं मानी गई तो एक बड़ा आंदोलन किया जायेगा।
भीलवाड़ा जिला राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के जिलाध्यक्ष दीपक व्यास ने कहा कि संयुक्त ट्रेड यूनियन के राष्ट्रीय आह्वान पर स्थानीय ट्रेड यूनियन ने आज मजदूरों को आ रही समस्याओं को लेकर राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा एक औद्योगिक क्षेत्र है। टेक्सटाइल और माइनिंग का बड़ा हब है। उन्होंने कहा कि ट्रेड यूनियन की राष्ट्रीय मांग है कि श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा को लेकर जो 29 कानून बने हुये हैं, उनमें सरकार संशोधन कर रही है। इनमें चार कानून मजदूर विरोधी बनाये जा रहे हैं। ऐसे में हमारी मांग यह है कि श्रमिक कानून में बदलाव नही हो। साथ ही मजदूरों का न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये हो, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का स्थायीकरण हो। व्यास ने कहा कि डीएमएफटी फं ड में 830 करोड़ रुपये पड़े हुये हैं, लेकिन मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा के लिए कोई फंड नहीं दिया गया, इसे लेकर यूनियन ने भंयकर रोष प्रकट किया है। व्यास ने कहा कि आज एडीएम को ज्ञापन दिया है। उन्होंने आश्वासन दिया है। अगर एक सितंबर तक मांगों पर कोई निर्णय नहीं हुआ तो टेक्सटाइल श्रमिको, आंगनबाड़ी, राजीविका की बहनों के साथ ही असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के साथ बड़ा आंदोलन किया जायेगा। इस मौके पर सभी यूनियन के पदाधिकारी और श्रमिक मौजूद रहे।