पंचतत्व में विलीन हुए भृगुसंहिता विशेषज्ञ पं. नाथूलाल व्यास
भीलवाड़ा। भृगुसंहिता के विद्वान विशेषज्ञ और भृगुसंहिता के जरिए भविष्यवाणी करके ज्योतिष नगरी कारोई कलां के साथ ही भीलवाड़ा के नाम को भी एस्ट्रोलॉजी जगत में देश-विदेश में ख्यातनाम पहचान बनाने वाले भविष्यवक्ता वयोवृद्ध पण्डित नाथू लाल व्यास ने आज तड़के 5 बजे अंतिम सांस ली। जिनका दोपहर 2 बजे पूर्णत: वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कारोई कलां स्थित मोक्षधाम पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस तरह आज वो 90 वर्ष से ऊपर की आयु के होकर पंचतत्व में विलीन हो गए। जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित कारोई कलां कस्बा जिले ही नहीं राजस्थान की ज्योतिष नगरी के नाम से पहचाने जाने वाले ज्योतिष नगरी कारोई में चुनाव से पहले ही अनेकों पार्टियों के नेता यहां टिकिट की मनौती मांगने और अपने भविष्य को जानने पण्डित व्यास के पास पहुँच जाते थे और चुनाव से पहले टिकट के लिए पूछताछ करके अपना राजनीतिक भविष्य भी जानते थे।