डाक विभाग में बड़ा घोटाला: RMS सेवा बंद कर रिश्तेदार को दिया परिवहन का ठेका
भीलवाड़ा। डाक विभाग के आला अधिकारियों पर अपने एक निकटतम रिश्तेदार को अनुचित लाभ पहुँचाने के लिए करोड़ों रुपये का घोटाला करने का आरोप लगा है। जानकारी के अनुसार, मुख्य पोस्टमास्टर जनरल, जयपुर के निर्देश पर राजस्थान के कई जिलों में रेलवे स्टेशनों पर संचालित रेलमेल सेवा (RMS) को बंद कर दिया गया है। इसके स्थान पर, डाक परिवहन का ठेका अपने एक रिश्तेदार को दे दिया गया है, जिससे विभाग को करोड़ों रुपये का चूना लग रहा है।
पहले, डाक का परिवहन रेलवे के माध्यम से होता था, जिसमें डाक विभाग को नाममात्र का खर्च आता था। अब, गंतव्य स्थल तक डाक पहुँचाने के लिए ट्रांसपोर्ट का सहारा लिया जा रहा है, जिससे विभाग पर लाखों नहीं बल्कि करोड़ों रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार, पहले भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन पर ही रेलमेल सर्विस (RMS) का कार्यालय संचालित होता था। जिले के विभिन्न डाकघरों में आने वाली डाक की छँटनी यहीं आरएमएस कार्यालय में होती थी, जिसके बाद जिले की डाक तुरंत वितरित कर दी जाती थी। इससे स्थानीय भीलवाड़ा की डाक उसी दिन वितरित हो जाती थी और समय की बचत होती थी।
सूत्रों का दावा है कि जयपुर स्थित मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने अपने रिश्तेदार को फायदा पहुँचाने की नीयत से भीलवाड़ा के रेलवे स्टेशन पर संचालित आरएमएस कार्यालय को बंद कर अजमेर स्थानांतरित कर दिया है।
विभाग के अधिकारियों की इस लालफीताशाही के चलते अब जिले के डाकघरों में प्राप्त होने वाली समस्त डाक पहले ट्रांसपोर्ट के माध्यम से अजमेर स्थित आरएमएस कार्यालय जाएगी, फिर वहाँ से पुनः छँटनी होकर भीलवाड़ा आएगी। इस प्रक्रिया के कारण अब स्थानीय डाक को भी अपने गंतव्य स्थान पर पहुँचने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग रहा है, जिससे उपभोक्ताओं को भारी असुविधा हो रही है।
कंज्यूमर राइट्स ऑर्गेनाइजेशन के जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार पोखरना ने इस पूरे खेल में डाक विभाग के आला अधिकारियों द्वारा ठेकेदार को करोड़ों रुपये का फायदा पहुँचाते हुए विभाग को करोड़ों का चूना लगाए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डाक विभाग एवं दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को ज्ञापन भेजकर की जाएगी।
