पेंथर के आतंक से दहशत में परिवार, पालतू जानवरो बन चुके शिकार
आसींद (मंजूर) आसींद-बदनोर उपखंड की ग्राम पंचायत बाजूदा से 2 किलो मीटर हड़माड़ा गड़वाई सड़क किनारे बसे झरना गांव में माता जी के पूजारी दया राम गुर्जर एक मात्र परिवार यहां पर निवास कर रहा हैं, लेकिन रात होते ही यह परिवार पेंथर के आतंक से दहशत में आ जाता है। अन्धेरा होते ही इन्हे अपने घर में दुबकना पड़ता है। इनका कहना है कि पैंथरों का आतंक इतना है कि अब तक एक भैंस के बछड़े तथा एक बकरी का शिकार किया है और एक गाय के बछड़े को भी घायल कर दिया है। वन विभाग के कर्मचारियों को हमने कई बार सूचना दी लेकिन एक भी बार वन विभाग के कर्मचारी मौके पर नहीं आए, जिसके चलते पैंथर का आतंक निरंतर बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा की पैंथर के आतंक से हमारे परिवार के लोगों को भी अब जान का खतरा हो गया है। शाम होते ही रात को पैंथर हमारे मकान के बाहर पेड़ों पर चढ़ जाते हैं तथा जोरदार गर्जना करते हैं जिसके चलते हमारे मवेशी भी डर के मारे तेज आवाज करते हुए नजर आते हैं। अगर समय रहते वन विभाग इन पेंथर को पकड़ने के लिए कोई ठोस कदम उठाए तथा यहां पिंजरा लगाए ताकि इन पैंथरों से हमे निजात मिले और हमारी जान माल के साथ साथ हमारे पशु धन भी सुरक्षित रह सके।