सुर विद्या से लोगो का किया जाता है जनकल्याण,22 साल तक नारायण की भगवान भोले नाथ की गौर तपस्या

आसींद मंजूर आसींद | जहा एक ओर लोग जनकल्याण करने की भावना लेकर कोई तो अग्नि तपस्या कोई जल तपस्या कर सिद्धि हासिल कर लोगो का भला करते हैं लेकिन आसींद कस्बे की तहसील कार्यालय के पीछे बसे खोड़िया खेड़ा (गोपालपुरा) गांव के निवासी नारायण लाल गुर्जर ने लोगो का जन कल्याण करने के उद्देश्य से भगवान भोले नाथ की 22 साल तक अपने निवास स्थान खेतो में बने अपने मकान में कठोर गौर तपस्या कर सुर विद्धा की साधना प्राप्त की और सुर विद्धा का ज्ञान प्राप्त किया, वही सुर साधक नारायण गुर्जर बताते है की सुर साधना करने के बाद कोरोना काल खंड से लेकर अब तक 2700 सौ लोगो की समस्या का निराकरण बिना किसी स्वार्थ के किया है,परेशान लोग अपनी समस्या को लेकर मेरे पास आते है और मेने चंद्र सुर,ऊष्मा ऊष्मा सुर, सूर्य सुर, की साधना साधना की है तथा तीनो सुरो के माध्यम से लोग अपनी परेशानी से छुटकारा पाते है मेरा काम सिर्फ निस्वार्थ जनकल्याण की भावना को लेकर लोगो की निरंतर सेवा करना है