
भीलवाड़ा आसींद क्षेत्र के जगपुरा में चल रहे महायज्ञ में चोथे दिन 51 जोडो ने बढ़ चढ़कर भाग लिया वैदिक पद्धति से पं. धर्मनारायण वेदाचार्य विद्वान ब्राह्मणों को साथ में लेकर यज्ञ करवा रहे हैं एवं यज्ञ का महत्व भक्तों को समझाया , वेदाचार्य जी ने बताया कि यज्ञ से आध्यात्मिक संपदा की प्राप्ति होती है |
यज्ञ से मनोकामनाएं पूरी होती हैं |यज्ञ से सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है |यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता है |यज्ञ से प्रभु के सामीप्य की अनुभूति होती है |यज्ञ से कई पापों से छुटकारा मिलता है |यज्ञ से आध्यात्मिक संबंध बढ़ते हैं |यज्ञ से सामुदायिकता बढ़ती है |-शांति की प्राप्ति होती है | यज्ञों के ज़रिए अनेक ऋद्धियां-सिद्धियां प्राप्त की जा सकती हैं महायज्ञ की पूर्णाहुति 14 अप्रैल को अभिजीत मुहूर्त में मूर्ति स्थापना के साथ होगी