
भीलवाड़ा- सिन्धी भाषा दिवस के अवसर पर भारतीय सिन्धु सभा द्वारा आज एक विशेष कार्यक्रम रखा गया। गोविंदधाम के महंत स्वामी गणेशदास जी ने कहा कि किसी भी समाज की पहचान भाषा एवं संस्क्रति होती है।
सभा के नगर प्रवक्ता किशोर लखवानी ने बताया कि आशीष चंदवानी, किशोर कृपलानी, ज्योति गुरनानी , दीपा मानवानी, ने सिन्धी गीतों का समां बांधा, छोटी बच्ची कशिश एवं किर्तिका द्वारा पल्लव गाकर भगवान झूलेलाल की स्तुति की गई | कार्यक्रम को वीरुमल पुरशानी ने सम्बोधित किया।
ओम प्रकाश गुलाबानी ने सम्भोधित करते हुए कहा कि 10 अप्रेल 1967 चेटीचंड के दिन सिन्धी भाषा को संविधान की अनुसूची सम्मिलित कर मान्यता दी गई थी। इस अवसर पर NCPSL परिक्षाओं की शिक्षा मित्रों, एवं सुपरवाईजरौं को सम्मानित किया गया, साथ ही वर्ष 2023 के सिन्धी सर्टिफिकेट कोर्स , डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा परीक्षा के उतीर्ण विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी दिये गये।
संचालन ऐडवोकेट बबिता नारवानी ने किया।
इस अवसर पर साई अर्जुन दास जी ,मंगा राम भगत , महाराज सतीश शर्मा,हीरालाल गुरनानी ,राजकुमार खुशलानी , गंगाराम पेशवानी ,परमानंद तनवानी ,हरीकिशन टहलानी , लालचंद नथरानी,नविन मनवानी,सुगनामल कलवानी ,अशोक हरजानी ,नरेन्द्र रामचन्दानी,गिरीश गाँधी , कमल वेशनानी ,धीरज पेशवानी इन्दिरा गाँधी ,हेमा लखवानी,निकिता लखवानी,मीना नीमरानी,शुशिला पारवानी, सुमन थुरवानी,रेखा बहरवानी,भूमिका मेठानी,विनिता बदलानी,शालू टिक्यानी,भावना उपस्थित थे।