संविधान केवल एक किताब नहीं भारतीय सभ्यता और संस्कृति का सार - कोठारी

Update: 2025-11-26 12:11 GMT

भीलवाड़ा  । भीलवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक अशोक कोठारी ने आज संविधान दिवस के पावन अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों और देश के नागरिकों को अपनी शुभकामनाएँ दीं।

विधायक अशोक कोठारी ने भारतीय संविधान के निर्माता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को नमन करते हुए कहा कि हमारा संविधान केवल एक कानून की किताब नहीं है, बल्कि यह भारतीय सभ्यता और संस्कृति का सार है, जो हमें लोकतंत्र, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के उच्चतम आदर्शों से बांधता है।

ष्यह वह पवित्र ग्रंथ है जिसने अनेकता में एकता के सूत्र को पिरोया है और हर नागरिक को सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया है।

उन्होंने कहा कि आज हमें इस बात का संकल्प लेना होगा कि हम संविधान में निहित मौलिक अधिकारों का उपयोग जिम्मेदारी से करें और साथ ही अपने मौलिक कर्तव्यों का भी ईमानदारी से निर्वहन करें।

विधायक कोठारी ने सामाजिक न्याय के सिद्धांत पर जोर देते हुए कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक संविधान द्वारा सुनिश्चित समानता और अवसर का लाभ पहुँचे।

उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे देश के संवैधानिक मूल्यों को समझें, चुनावी प्रक्रियाओं में सक्रिय भागीदारी निभाएँ, और अपने विचारों से लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत बनाएँ।

विधायक कोठारी ने आशा व्यक्त की कि हम सभी मिलकर एक ऐसा सशक्त और समृद्ध भारत बनाएँगे, जो संविधान की भावना के अनुरूप हो।

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