वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत जिले में सीएसआर कार्यशाला आयोजित

भीलवाड़ा,। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत शनिवार को जिला कलेक्टर श्री जसमीत सिंह संधु के निर्देशानुसार एडीएम (सिटी) श्रीमती प्रतिभा देवतिया की अध्यक्षता एवं सीईओ जिला परिषद एवं एसीईओं मेघा आनंद (प्रशिक्षु आई.ए.एस.) के सानिध्य में जिला कलेक्ट्रेट सभागार में सीएसआर कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
कार्यशाला में महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र ने उपस्थित सभी अधिकारीगण एवं आगन्तुको का स्वागत करते हुए अवगत कराया कि राज्य सरकार द्वारा 05 जून से 20 जून तक वंदे गंगा जल सरंक्षण जन अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें जल सरंक्षण हेतु गैप फडिंग के लिए सभी जिलॉ में सीएसआर कॉनक्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत झील, कुण्डियॉ का निर्माण, नहरो की साफ-सफाई, पेड़-पौधारोपण का कार्य किया जायेगा। जल संरक्षण जन अभियान के बारे में अधीक्षण अभियंता, वाटरशेड ने पी.पी.टी. प्रेजेंटेशन के माध्यम से सभी को अभियान के तहत होने वाले कार्य के बारे में विस्तृत रूप से व्याख्या कर समझाया तथा अधीक्षण अभियंता, मनरेगा द्वारा अभियान में मनरेगा के माध्यम से किए जा रहे कार्य व उनके महत्व के संबंध में पी.पी.टी. के माध्यम से सभी को अवगत कराया। वन विभाग से एसीएफ मुन्नी चौधरी द्वारा हरियालो राजस्थान के तहत अधिक से अधिक पौधे लगाने एवं जीओ टैग करने का आह्वान किया। सभी विभागों को इसके लिए पौधे लगाने हेतु लक्ष्य निर्धारित कर दिये गये है।
अभियान के बारे में मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद् चन्द्रभान सिंह भाटी ने अपने संबोधन में कहा कि वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान माननीय मुख्यमंत्री की दूरगामी सोच का परिणाम है, जल एक मूल्यवान प्राकृतिक संसाधन है हमारा जीवन इसी पर निर्भर है। आज की बढ़ती जनसंख्या एवं घटती पानी की उपलब्धता, पानी का अतिदोहन, औद्योगिकीकरण से भूमिगत जल की कमी और प्रदूषण के कारण मानव जीवन को संकट में ला दिया है। इन सबका उपाय है कि हम सब जल संरक्षण करे तथा हरियालों राजस्थान के तहत अधिक से अधिक पौधारोपण करते हुए उनका संरक्षण करें तथा औद्योगिक संगठनों, इकाईयों से सीएसआर के अंतर्गत जिलें में अधिक से अधिक कार्य करवाने का अनुरोध किया।
महाप्रबंधक, डीआईसी द्वारा औद्योगिक घरानों, निजी एवं सरकारी कार्यालयों में ग्रीन ऑफिस इनिषियटिव, एनर्जी एफिषियन्सी एवं ग्रीन बजट के बारे में वक्तव्य दिया गया। लघु उद्योग भारती हमीरगढ़ के प्रांत उपाध्याय रविन्द्र प्रसाद जाजू एवं लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष शंभू प्रसाद काबरा ने जल का व पौधरोपण का महत्व समझाते हुए कहा कि पेड हमसे कुछ नहीं मागता बल्कि देता ही देता है तथा हमारा संगठन प्रशासन को इस अभियान में अपनी महत्वपूर्ण अभियान अदा करेगा।
मेवाड़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्ड. के प्रतिनिधि एस.एस. राजावत ने कहा कि संगठन के पदाधिकारियों से बात कर जल संरक्षण अभियान में जिला प्रशासन के साथ मिलकर हर संभव सहयोग प्रदान किया जायेगा। हिन्दुस्तान जिंक लि. के सीएसआर प्रतिनिधि अभय गौतम ने इकाई द्वारा जल संरक्षण के तहत किये जा रहे कार्या के बारे में अवगत कराया तथा आरसीएम से संजय मौड व बीएसएल लि. के आर.डी.जाट ने भी अपने वक्तव्य दिये।
एडीएम सिटी श्रीमती प्रतिभा देवतिया ने सभी सीएसआर इकाइयों को वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान को मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी अभियान बताते हुए कहा कि आगामी दिनों में वर्षा ऋतु आने वाली है, उससे पहले जल संरक्षण हेतु मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न कार्य करवाये जाने है, इसमें सीएसआर इकाईयों एवं औद्योगिक संगठनों का सहयोग भी अनिवार्य है जिसमें आपके द्वारा सरकारी स्कूलों में रूफटॉप वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर, एनीकट, रिचार्ज साफ्ट एवं जल संरचनाओं की डिसिलटिंग व हरियालो राजस्थान के तहत पौधारोपण आदि कार्य करवाये जा सकते है।
सीएसआर इकाईयॉ जो बैठक में अनुपस्थित रही उन्हें भी संदेश दिया कि आगामी बैठक में उनके प्रतिनिधि अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे। जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जल संरक्षण अभियान के सीएसआर अंतर्गत कराये गये कार्य एवं गैप फंडिंग प्रस्ताव के बारे में सीएसआर इकाइयों से फॉलोअप भी लिया जायेगा।
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी दीपक धनेटवाल ने सभी औद्योगिक इकाईयों एवं प्रोसेस हाउस से अनुरोध किया कि नियमों की पालना सुनिश्चित करने एवं हरियालो राजस्थान व वंदे गंगा जल सरंक्षण जन अभियान में भीलवाड़ा से उम्मीद एवं अपेक्षा अनुरूप सहयोग प्रदान करावें। अधीक्षण अभियंता, वाटरशेड ने गैप फडिंग हेतु सीएसआर इकाईयों द्वारा जिलें में जल संरक्षण का कार्य करवाया जा सकता है। संसाधनों के माध्यम से सहयोग दिया जा सकता है जैसे जेसीबी, एलएनटी, मशीनरी आदि के माध्यम से सहयोग दिया जा सकता है। अभियान अंतर्गत सीएसआर फंड को जमा कराने हेतु राज्य स्तर पर पंजाब नेशनल बैंक में खाता भी खोला गया है जिसके खाता संख्या 4064002100022603, आईएफएससी कोड PUNB0406400 है एवं इसके लिए एक क्यू आर कोड भी जारी किया गया है, जिसमें सीएसआर राशि जमा करवायी जा सकती है।
कार्यशाला में एडीएम वाटरशेड अधीक्षण अभियंता आर. वी. मिश्रा, मनरेगा अधीक्षण अभियंता गोपाल लाल टेलर, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी दीपक धनेटवाल, जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र घग्गर, सीएमएचओ सीपी गोस्वामी, एपीआरओ ईशांत काबरा, हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड से अभय गौतम, जिंदल शा लि. से पराग पटेल, बीएसएल से आरडी जाट, लंग्नम से राजीव पाराशर, संगम से संजीव पाठक, मोर्डन वूलन से महेंद्र चोपर, कानोरिया से डीएस भाटी, सुविधा स्पीनर से अर्पित जैन, आरसीएम से संजय मोड, नितिन स्पीनर से अभिषेक, सीएसआर इकाई सीजी टोलवे, इक्वाटेक स्टील, मेवाड़ आफ चैम्बर्स से एसएस राजावत, लघु उद्योग भारती से शंभू प्रसाद काबरा सहित विभिन्न सीएसआर इकाइयों व औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।