वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण की तिथि बढ़ाने की मांग, आम मुस्लिम समाज ने सौंपा ज्ञापन

Update: 2025-12-05 11:39 GMT

भीलवाड़ा। वक्फ बोर्ड संपत्तियों के पंजीकरण की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग को लेकर मंगलवार को भीलवाड़ा आम मुस्लिम समाज के नेतृत्व में जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि वर्तमान में वक्फ बोर्ड संपत्तियों को दर्ज करने की अंतिम तिथि समाप्त हो रही है, ऐसे में अनेक महत्वपूर्ण संपत्तियों का रिकॉर्ड अभी तक तैयार नहीं हो पाया है। समाज के प्रतिनिधियों ने मांग की कि इस प्रक्रिया को सुचारु और पूर्ण करने के लिए समय सीमा में विस्तार दिया जाए।

वक्फ बोर्ड जिला अध्यक्ष हमीद रंगरेज ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि जिले में कई ऐसे स्थान हैं, जिनकी संपत्तियां विभिन्न कारणों से अभी तक दर्ज नहीं हो पाई हैं। उनका कहना था कि यदि तिथि में वृद्धि की जाती है तो शेष संपत्तियों का भी समय पर पंजीकरण संभव हो सकेगा, जिससे भविष्य में इनका संरक्षण और उपयोग सुनिश्चित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियों का सही तरीके से दस्तावेजीकरण होना समाज के हित में अत्यंत आवश्यक है।

कांग्रेस शहर महासचिव निसार सिलावट ने जानकारी दी कि देशभर में कुल वक्फ संपत्तियों में से केवल लगभग तीस प्रतिशत संपत्तियों का ही अब तक विवरण दर्ज हो सका है। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा जिले में भी कई महत्वपूर्ण संपत्तियां अभी तक सूचीबद्ध नहीं हो सकी हैं, जिसके कारण इनके संरक्षण और नियोजित उपयोग में कठिनाइयाँ आ रही हैं। सिलावट का कहना था कि समय सीमा बढ़ने से वक्फ से संबंधित कार्यों को पारदर्शी और व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाया जा सकेगा।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि वक्फ संपत्तियों के दस्तावेजीकरण का कार्य सामाजिक, धार्मिक और आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इसके पूर्ण होने पर समुदाय से संबंधित संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन किया जा सकेगा तथा इनसे होने वाले लाभ का उपयोग समाज के विकास कार्यों में किया जा सकेगा। प्रतिनिधियों ने जोर देकर कहा कि इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया में जल्दबाजी के बजाय विस्तारित अवधि देकर इसे प्रभावी बनाना आवश्यक है।

ज्ञापन सौंपने वालों में मुस्लिम सद्भावना सदर शरीफ पठान, अंजुमन सदर पार्षद उस्मान पठान, हमीद रंगरेज, एडवोकेट शाहिद देशवाली, निसार सिलावट, अकरम मेवाफरोश, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष अशफाक कुरैशी, शिबू खान, आसिफ अंसारी, अली मंसूरी, सैयद यूनुस अली, एडवोकेट चांद डबगर, इमरान अंसारी, वक्फ बोर्ड तहसील अध्यक्ष चांद अंसारी, बाबू अंसारी, सैयद शाहिद अली, अनवर भिश्ती, हाजी सद्दीक खान, शमशाद खान, बशीर सिलावट सहित समाज के अनेक लोग मौजूद रहे। प्रतिनिधिमंडल ने उम्मीद जताई कि सरकार उनकी मांग पर सकारात्मक निर्णय लेगी।

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