महामहिम राज्यपाल द्वारा डॉ जांगिड़ को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से सम्मान

Update: 2025-12-07 10:37 GMT

भीलवाड़ा |संस्कृत वाङ्मय सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में विद्यार्थियों की सर्वाधिक भागीदारी का बना रिकॉर्ड भीलवाड़ा। संस्कृत के क्षेत्र में भीलवाड़ा ने एक बार फिर मिशाल पेश की। राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय हमीरगढ़ के प्रधानाचार्य एवं संस्कृत शिक्षा के भीलवाड़ा जिले के जिला नोड़ल अधिकारी व संस्कृत के शिक्षाविद् डॉ० कृष्णगोपाल जांगिड़ ने संस्कृत शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करते हुए निम्बार्क वैदिक संस्कृत समिति के तत्वावधान में संस्कृत वाङ्मय सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों की रिकॉर्ड भागीदारी दर्ज करवाकर डॉ० जांगिड़ ने एशिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में अपना नाम दर्ज करवाया है।

ए०बी०आर० की प्रतिनिधि रीना सिंह खरे ने बताया कि पुरस्कृत शिक्षक फोरम राजस्थान की कार्यकारिणी के सदस्य डॉ० कृष्णगोपाल जांगिड़ ने संस्कृत वाङ्मय सामान्यज्ञान प्रतियोगिता के माध्यम से संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार के आन्दोलन से दो लाख चालीस हजार आठ सौ चौतीस (2.40,834) छात्र छात्राओं को जोड़कर एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड (ए.बी.आर.) में IPNR मानकों के तहत रिकॉर्ड दर्ज करवाकर कीर्तिमान उपलब्धि प्राप्त कर अन्तराष्ट्रीय स्तर पर भीलवाड़ा, राजस्थान का नाम रोशन किया। इस उपलब्धि पर आज राजभवन में महामहिम राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव वागड़े द्वारा ए०बी०आर० की ओर से मेडल, प्रमाणपत्र पदान कर डॉ० कृष्णगोपाल जांगिड़ का सम्मान किया। साथ ही राज्यपाल वागड़े ने संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार एवं संरक्षण हेतु प्रेरित किया। सम्मान समारोह में रामेश्वर प्रसाद शर्मा, निर्मल ग्रोवर, वसन्त कानूनगो, डॉ० रामप्रसाद जांगिड़, राजस्थान उच्च न्यायालय के अधिवक्ता उत्तम शर्मा, राधेश्याम मुण्डेल, शिवराज व्यास आदि उपस्थित रहें।

Similar News